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हाथरस में मौत का सैलाब, गई 120 जानें

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हाथरस । यूपी के हाथरस में बड़ा हादसा हुआ है। यहां हो रही भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 107 लोगों की मौत की खबर आई है। सीएचसी पर हर तरफ लाशें दिख रही हैं। गिनती भी मुश्किल हो गई है। यूपी के भोले बाबा के सत्संग के दौरान बड़ा हादसा हुआ है। सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 107 लोगों की मौत की खबर है। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। सौ से ज्यादा लोग गंभीर हैं। हाथरस के सिकंदराराऊ की सीएचसी पर स्थिति कंट्रोल में नहीं आ पा रही है। हर तरफ लाशें दिखाई दे रही हैं। लाशों की गिनती भी मुश्किल हो रही है। लगातार घायल भी आ रहे हैं। एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। आसपास के जिले के डाक्टर भी बुलाए गए हैं। दवा, ग्लूकोज का स्टाक मंगाया गया है। पीएम मोदी ने लोकसभा में ही हादसे पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया है। सीएम योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है साथ ही घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। एडीजी आगरा जोन व कमिश्नर अलीगढ़ को घटना की जांच का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार हाथरस रवाना हो गए हैं। बताया जाता है कि हाथरस के सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव फुलराई में भोले बाबा का प्रवचन का कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान उम्मीद से ज्यादा भीड़ आ गई थी। एक अनुमान के अनुसार सवा लाख लोग पहुंच गए थे। इसी दौरान लोग भीड़ के कारण परेशान होने लगे। भीड़ और गर्मी के कारण लोग बेहोश होने लगे तो भगदड़ मच गई। इसमें लोग जमीन पर गिरे तो उन्हें कुचलते हुए अन्य लोग निकलने लगे। सूचना पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने सैकड़ों गंभीर लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया है।
हाथरस हादसे पर वहां के डीएम एसपी पत्रकारों के सवालों से बचकर निकलते दिखाई दिए। मीडिया के सवाल पर कहा कि जांच चल रही है…जांच होगी…जांच में निकल आएगा…ये जांच का विषय है। रटा रटाया जवाब देकर डीएम आगे बढ़ गए। पत्रकारों ने जब सत्संग की अनुमति, राहत बचाव कार्यों में लापरवाही, संसाधनों के अभाव आदि पर सवाल पूछा तो जिलाधिकारी कुछ भी नहीं बोल सके। इतने बड़े आयोजन में पुलिस फोर्स की मौजूदगी नहीं होने पर भी एसपी कुछ नहीं बोल सके।
पीएम मोदी ने हादसे पर लोकसभा में ही शोक जताया। कहा कि यूपी के हाथरस में भगदड़ की खबर मिली है। उसमें अनेकों मौत की जानकारी आ रही है। हादसे में जिन लोगों की जान गई है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव में जुटा हुआ है। केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं। सदन के माध्यम से भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हरसंभव मदद की जाएगी। हाथरस के सिकंदराराऊ की सीएचसी पर स्थिति कंट्रोल में नहीं आ पा रही है। हर तरफ लाशें दिखाई दे रही हैं। लाशों की गिनती भी मुश्किल हो रही है। लगातार घायल भी आ रहे हैं। एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। आसपास के जिले के डाक्टर भी बुलाए गए हैं। दवा, ग्लूकोज का स्टाक मंगाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस भगदड़ में हताहत हुए लोगों और उनके परिजनों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। मारे गए लोगों के परिजनों को सीएम योगी ने 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया है। एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच का निर्देश दिया है। 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मांगी है। कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर के साथ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में प्रशासन है।
सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा कि हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में लोगों के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद व स्तब्धकारी है। हर संभव चिकित्सा प्रदान करते हुए प्रशासन राहत कार्य जल्द पूर्ण करे और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दे। ईश्वर मृतकों के परिजनों को शक्ति प्रदान करें व घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाथरस भगदड़ में मौतों पर शोक जताया है। एक्स पर लिखा कि कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचा अत्यंत पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं।
हादसे के बाद इतने ज्यादा घायल पहुंचे कि सरकारी अस्पताल में स्ट्रेचर भी कम पड़ गए। सीएचसी के बाहर लोगों को जमीन पर तड़पते देखा गया। हाथरस प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया है। सभी से बेड रिजर्व रखने को कहा गया है। घायल को प्राइवेट अस्पताल भी ले जाया जा रहा है। लोग भीड़ और लाशों के बीच अपनों को तलाश भी करते दिखाई दिए।
सीएम योगी ने हाथरस हादसे को संज्ञान में लेते हुए तुरंत अफसरों को मौके पर पहुचंने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सीएम योगी ने एडीजी आगरा जोन और अलीगढ़ की कमिश्नर को हादसे की संयुक्त जांच की रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। सीएम का आदेश पाते ही लखनऊ से चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी के साथ ही एडीजी, कमिश्नर मौके लिए रवाना हो गए हैं।
बताया जाता है कि तीन घंटे तक चले सत्संग के खत्म होने पर भगद़ मची है। लोग बाहर जाने के लिए निकलने लगे तो गेट छोटा होने से कई लोग दम घुटने के कारण बेहोश होने लगे। इसी के बाद भगदड़ मच गई।भगदड़ में महिलाओं, बच्चों समेत कई लोग दब गए। श्रद्धालुओं के पैरों के नीचे दबकर ही लोगों की मौत हुई है। हादसे के आधे घंटे बाद तक कोई अफसर मौके पर नहीं पहुंचा था।
हाथरस में लोग जिस भोले बाबा के सत्संग में पहुंचे थे वह पहले सरकारी नौकरी करते थे। भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। बाताया जाता है कि वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। उन्होंने अपने प्रवचन में बताया था कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे।
सिंकरामऊ कोतवाली क्षेत्र के फुलराई गांव में भोले बाबा का सत्संग का आयोजन था। इस सत्संग में शामिल होने वालों की सही सख्या प्रशासन को नहीं पता थी। बताया जाता है कि सत्संग में करीब सवा लाख श्रद्धालु पहुंच गए थे। इसी भीड़ को देख एलआईयू ने प्रशासन को रिपोर्ट दी थी। हाथरस भगदड़ को लेकर पहले ही एलआईयू ने प्रशासन को भीड़ को लेकर चेताया था। इसके बाद भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। एलआईयू ने अफसरों को किसी बड़ी घटना होने का अंदेशा जता दिया था, लेकिन इसके बाद भी अफसर मौन साधे बैठे रहे और श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। हादसे के बाद मंडल से लेकर लखनऊ तक से अफसर पहुंच रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक गर्मी और उमस के चलते लोगों का दम घुटने लगा। सत्संग खत्म होने के बाद जब लोग जाने के लिए उठे तो वह बेहोश होकर गिरने लगे। इससे वहां भगदड़ मच गई। भगदड़ में महिलाएं, पुरुष और बच्चे जमीन पर गिर गए। लोग कुचलते हुए भागने लगे। जिससे 50 से अधिक लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया। उधर, इस घटना से प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पतला भिजवाया। जबकि मृतक शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

 

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