चंडीगढ़ , पंजाब सरकार की त्वरित कार्रवाई के चलते राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेजी से चल रहा है। पिछले 24 घंटों में 4711 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिससे अब तक कुल 11,330 लोगों को बाढ़ के पानी से बचाया जा चुका है। राहत शिविरों में लोगों को मिला आश्रय
बाढ़ प्रभावित जिलों में कुल 87 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 77 अभी भी संचालित हैं। इन शिविरों में 4,729 लोगों को आश्रय दिया गया है, जहां प्रशासन उनकी देखरेख कर रहा है।
सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में फिरोजपुर, गुरदासपुर, मोगा, तरन तारन, बरनाला और फाजिल्का शामिल हैं। फिरोजपुर में 3,450, होशियारपुर में 478 और गुरदासपुर में 255 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
राहत सामग्री का वितरण और बचाव दल की सक्रियता
बाढ़ पीड़ितों तक लगातार राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। कपूरथला, फिरोजपुर, गुरदासपुर, मोगा, पठानकोट, फाजिल्का और बरनाला में प्रशासन की ओर से राहत सामग्री का सुचारु वितरण जारी है।
बचाव कार्यों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पंजाब पुलिस और भारतीय सेना की टीमें सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं। गुरदासपुर में एनडीआरएफ की 7 टीमें, फाजिल्का व फिरोजपुर में 1-1 और पठानकोट में 2 टीमें बचाव अभियान चला रही हैं। इसके साथ ही, कपूरथला में एसडीआरएफ की 2 टीमें और सेना, बीएसएफ व एयरफोर्स के जवान भी राहत कार्यों में सिविल प्रशासन और पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
बाढ़ से हुआ भारी नुकसान
बाढ़ के कारण पंजाब के कुल 1018 गांव प्रभावित हुए हैं। फसलें बर्बाद हुई हैं और पशुधन को भी नुकसान पहुंचा है। फाजिल्का जिले में 16,632 हेक्टेयर, फिरोजपुर में 10,806 हेक्टेयर, कपूरथला में 11,620 हेक्टेयर और तरन तारन में 9,928 हेक्टेयर से ज्यादा की फसलें नष्ट हो गई हैं।