लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, शिक्षक मनोज सती और जसवंत लाल को मिला समलौंण सम्मान
गीत गाकर पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित किया
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, बच्चीराम ढौंडियाल, शिक्षक मनोज सती और जसवंत लाल को समलौंण सम्मान दिया गया। इसके साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में रघुवीर सिंह रावत प्रवक्ता जीव विज्ञान राजकीय इंटर कालेज चाकीसैंण, पत्रकारिता के क्षेत्र में आशाराम पोखरियाल व लोक संगीत के क्षेत्र में राजेंद्र लाल को समलौंण पश्चिमी नयार घाटी उत्कृष्ट सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान राठ महोत्सव रंगारंग कार्यक्रमों के समापन के अवसर पर प्रदान किया गया। कार्यक्रम में गढ़ गौरव नरेंद्र सिंह नेगी ने समलौंण संस्था द्वारा सराहनीय कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए आवा दीदी भुल्यो आवा डाल्यो थे बचावा, गीत गाकर सबको पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित किया।
राठ क्षेत्र की प्रतिष्ठित संस्था समलौंण द्वारा एक दिवसीय राठ महोत्सव रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें डा. मोहन सिंह पंवार ने मुख्य अतिथि और पूर्व बीडीओ आशाराम पंत ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। राइंका साकरसैंण में आयोजित कार्यक्रम के शुभारंभ में गढ़ गौरव नरेंद्र सिंह नेगी के आगमन पर राठ महोत्सव के संयोजक मातबर सिंह बत्र्वाल द्वारा हे गढ़ गौरव गढ़ का रत्न, सुरों का नरेश हे गढ़नंदन गीत गाकर उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में गढ़ रत्न गढ़ कवि नरेंद्र सिंह नेगी, बागवानी के क्षेत्र में बच्चीराम ढौंडियाल, शिक्षक मनोज सती, शिक्षक जसवंत लाल को समलौंण सम्मान से सम्मानित किया गया। इसी परिपेक्ष में पर्यावरण के क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में बृहद स्तर पर काम करने वाले समलौंण आंदोलन की जनपद टिहरी की जिला संयोजिका सुषमा बुटोला, चमोली की समलौण संयोजिका नंदा देवी गौड़, पाबौ के ग्राम कोठला की सेनानायिका बीरा देवी नौटियाल को पर्यावरण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने पर समलौंण राठ मातृशक्ति सम्मान से नवाजे गए। इसके साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में रघुवीर सिंह रावत प्रवक्ता जीव विज्ञान राजकीय इंटर कालेज चाकीसैंण, पत्रकारिता के क्षेत्र में आशाराम पोखरियाल व लोक संगीत के क्षेत्र में राजेंद्र लाल को समलौंण पश्चिमी नयार घाटी उत्कृष्ट सेवा सम्मान से मुख्य अतिथियों के हाथों सम्मानित किए गए। मुख्य अतिथि डा. मोहन पंवार ने कहा कि वृक्ष ही जीवन के आधार होते हैं इनके बिना जीवन संभव नहीं है। जंगलों से बहने वाली नदियां गाड गधेरों का अधिक से अधिक पौधरोपण कर हमें उनका संरक्षण करने की अपील की। समलौण संस्था लगातार धरती को बचाने के लिए पौधरोपण का कार्य करती आ रही है और क्षेत्र में जन जागरूकता कार्यक्रम करवाना सराहनीय कदम है। विशिष्ट अतिथि आशाराम पंत ने कहा कि समलौंण संस्था द्वारा हमारी लुप्त हो रही संस्कृति को बचाने के लिए थडिया चौंफला लोक नृत्य पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अनोखा कार्यक्रम है जोकि सराहनीय है। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष मनोज रौथाण, प्रधानाचार्य डा. मनोज शर्मा, कोषाध्यक्ष नथीराम नौडियाल, सदस्य कांति बल्लभ नौटियाल, पवन सिंह गुंसाईं, बीरेंद्र दत्त गोदियाल, यशपाल सिंह नेगी, मुकेश सिंह, गोकुल सिंह नेगी, कांता प्रसाद नौटियाल आदि शामिल थे। संचालन संस्था के सचिव नरेंद्र सिंह नेगी ने किया।