जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : परिवहन विभाग की ओर से धुमाकोट में सड़क सुरक्षा और प्रथम प्रतिक्रिया पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में ग्रामीणों व वाहन चालकों को यातायात का पाठ पढ़ाया गया। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता को महत्वपूर्ण बताया गया।
उपजिलाधिकारी शालिनी मौर्य ने कहा कि प्रशासन की ओर से सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को कम करने के लिए निवारक शिक्षा और त्वरित प्रतिक्रिया प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया जा रहा है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी शशि दुबे ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य स्थानीय नागरिकों, स्कूली छात्रों, ड्राइवरों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की सड़क दुर्घटनाओं के दौरान प्रभावी रूप से प्रथम प्रतिक्रिया के रूप में कार्य करने के लिए तैयारियों को मजबूत करना है। साथ ही सुरक्षित ड्राइविंग प्रथाओं और यातायात नियमों के बारे में जागरूकता फैलाना भी है। कार्यशाला में पुलिस, चिकित्सा अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों व स्थानीय जन ने भाग लिया। विशेषज्ञों ने आपातकाल के दौरान प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर और ट्रामा केयर रिस्पांस के बारे में पूरी जानकारी दी। साथ ही क्षेत्र में दुर्घटना संभावित स्थलों के बारे में जानकारी देने, जीवन बचाने के लिए गोल्डन आवर के दौरान तत्काल कार्रवाई के महत्व के बारे में भी आमजन को जागरूक किया गया। इस मौके पर एआरटीओ पौड़ी मंगल सिंह, टीटीओ जयंत वशिष्ठ, एसडीआरएफ के गबर सिंह आदि मौजूद रहे।