जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पब्लिक इण्टर कॉलेज सुरखेत में गढ़भोज दिवस के अवसर पर परम्परागत फसलों व अनाजों को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता गोष्ठी, निबन्ध और पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। साथ ही छात्र-छात्राओं को मध्याह्न भोजन योजना में स्थानीय खाद्य पदार्थों से बना भोजन परोसा गया।
इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखण्ड के परम्परागत भोजन को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हिमालय पर्यावरण जड़ी-बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी के द्वारा वर्ष 2000 से गढ़भोज अभियान चलाया जा रहा है। इसकी निरन्तरता बनी रहे और समय-समय पर इसकी चर्चा होती रहे इसके लिए संस्थान द्वारा वर्ष 2022 से 07 अक्टूबर को गढ़भोज दिवस के रूप में मनाकर उत्तराखण्ड के औषधीय गुणों से भरपूर फसलों तथा उनके अनाजों से बनने वाले भोज्य पदार्थों के बारे में नई पीढ़ी के लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि देश और दुनिया के लोग हमारी समृद्ध भोजन परम्परा के बारे में जान सकें। इस वर्ष गढ़भोज दिवस का विषय गढ़भोज से निरोगी काया पर आधारित है। अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के निर्देशानुसार प्रदेश की समस्त शिक्षण संस्थाओं में 07 अक्टूबर को गढ़भोज दिवस पर विभिन्न जनजागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में विद्यालय में आयोजित गोष्ठी, निबन्ध और पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को परम्परागत व पौष्टिक गुणों से भरपूर फसलों व अनाजों के बारे में जागरूक किया गया। पीएम पोषण कार्यक्रम के अन्तर्गत विद्यालय में संचालित मध्याह्न भोजन योजना में स्थानीय उत्पादों से उड़द के दाल की मसमणि, झंगोरे की खीर, लाल चावल और राई की हरी सब्जी परोसी गयी। स्थानीय खाद्य पदार्थों से भोजन तैयार करने में विद्यालय के एमडीएम प्रभारी संजय कुमार, प्रमोद रावत, भोजनमाता मंजू देवी व दिक्का देवी ने सहयोग किया।