वन विभाग के दावे हवाई, आबादी में धमक रहे जंगली जानवर
लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र से सटे आबादी इलाकों में बनी है समस्या
शिकायत के बाद भी समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा महमा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: वन विभाग के लाख दावो के बाद भी आबादी में जंगली जानवरों की धमक थमने का नाम नहीं ले रही। हालत यह है कि लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र से सटे सनेह, कुंभीचौड़ व रामपुर में इन दिनों हाथी व गुलदार की धमक बनी हुई है। आए दिन जंगली जानवर वार्डवासियों को आबादी में घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं। शिकायत के बाद भी वन विभाग समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा।
सनेह, कुंभीचौड़ व रामपुर का आधिकांश भाग लैंसडौन वन प्रभाग से सटा हुआ है। नतीजा आए दिन जंगली जानवर आबादी में पहुंच रहे हैं। आबादी में जंगली जानवरों की धमक को रोकने के लिए क्षेत्र में लाखों की लागत से सुरक्षा दीवार व फेंसिंग लाइन भी बिछाई गई थी। लेकिन, वर्तमान में यह भी केवल शोपीस बनी हुई है। कुंभीचौड़ वासियों ने बताया कि शाम ढलते ही कई बार हाथी व गुलदार सड़क पर घूमता हुआ दिखाई देता है। इससे आवाजाही करने वालों को खतरा बना हुआ है। वहीं, सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने से हाथी भी आबादी में पहुंच रहे हैं। वन विभाग की सुरक्षा दीवार केवल शोपीस बनी हुई है। जंगल की ओर से सुरक्षा दीवार पर मिट्टी जमा हो गई थी। जिसे लांघकर हाथी आसानी से आबादी में पहुंच रहा है।
गुलदार की भी बनी है धमक
लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र से सटे कुंभीचौड़ व सनेह क्षेत्र में गुलदार की भी धमक बनी हुई है। वहीं, भाबर के कलालघाटी में भी आए दिन गुलदार घूमता हुआ नजर आता है। कुछ दिन पूर्व गुलदार ने एक बछिया को भी अपना निवाला बना दिया था। दहशत में जी रहे लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल होता जा रहा है।
खराब पड़ी हैं स्ट्रीट लाइट
सनेह क्षेत्र में जंगल के आसपास लगी स्ट्रीट लाइट पिछले कई माह से खराब पड़ी हुई है। नतीजा शाम ढलते ही सड़क पर पूरी तरह अंधेरा छा जाता है। जिससे जंगली जानवरों का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। क्षेत्रवासी स्ट्रीट लाइट ठीक करवाने के लिए कई बार नगर निगम से शिकायत कर चुके हैं। लेकिन, नगर निगम लापरवाह बना हुआ है। ऐसे में कब हादसा हो जाए, कहा नहीं जा सकता।