वन विभाग ने मोछण में लगाया पिंजरा, टीम तैनात
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : नैनीडांडा के मोछण-गुणिया में मंगलवार को हुए हादसे के बाद विभाग ने यहां पिंजरा लागने के साथ ही टीम तैनात कर दी है। टीम में फॉरेस्ट और पीआरडी के जवान शामिल हैं। इसके साथ ही ट्रेंक्यूलाइज टीम भी मौके पर भेज दी गई है। महिला का शव पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं अभी तक महिला को बाघ ने मारा या फिर गुलदार ने यह पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है। इसके लिए वन विभाग ने मौके से मिले बाल और लारवा का सैंपल वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट भेज दिया है। इस रिपोर्ट के आने के बाद ही पूरी स्थति साफ हो सकेगी।
मंगलवार को घास लेनी गई महिला को शव देर रात को फारेस्ट और राजस्व टीम ने जंगल से बरामद किया था। मौके पर यह साफ हुआ कि महिला पर बाघ या गुलदार ने ही हमला किया, लेकिन एक परिणाम पर नहीं पहुंचा जा सका। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्वनिल अनिरुद्ध ने बताया कि इसके लिए यहां मिले बाल और लार के सैंपल को टेस्ट के लिए भेज दिया गया है। इस रिपोर्ट के बाद पता चल जाएगा कि यहां गुलदार सक्रिय है या फिर बाघ। क्योंकि यह क्षेत्र कार्बेट से लगा है। लिहाजा यहां बाघ भी है। ऐसे में सैंपल रिपोर्ट जरूरी है। साथ ही आदमखोर घोषित करने के लिए भी यह पता लगाना जरूरी है कि आखिर किसे आदमखोर घोषित करने की परमिशन लेनी है। ऐसे में यह पत्र भी अभी तक मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक को नहीं भेजा जा सका है। ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए यहां फॉरेस्ट और पीआरडी की टीमें तैनात कर दी गई है। क्षेत्र में टीम चौबीस घंटे गश्त करेगी। इसके साथ ही पिंजरा लगाते हुए एक ट्रेंक्यूलाइज टीम भी मौके पर भेजी गई है। इसके साथ ही यहां कैमरा ट्रैपिंग भी लगा दिए गए हैं। गुलदार या फिर बाघ जो भी यहां सक्रिय होगा कैमरों में कैद हो जाएगा। डीएफओ ने बताया कि परिजनों से भी बातचीत कर ली गई है। नियमानुसार मुआवाजे की कार्यवाही पूरी की जा रही है। फौरी तौर पर 1 लाख 20 हजार की राशि परिजनों को सौंप दी गई है।