जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पर्वतीय क्षेत्रों में गुलदार की धमक थमने का नाम नहीं ले रही। वर्तमान में पोखड़ा ब्लाक के अंतर्गत दर्जनों गांव में गुलदार की धमक बनी हुई है। आए दिन गुलदार गांव के आसपास घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। शाम ढलते ही ग्रामीणों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। गुलदार ग्रामीणों के मवेशियों को भी निवाला बना रहा है।
विकासखंड पोखड़ा के अंतर्गत नौगांव, कसाणी, मटगल, बगड़ी, अलखेत, सकनोली, नौखौली का अधिकांश भाग जंगल से सटा हुआ है। ऐसे में आए दिन जंगली जानवर आबादी में धमक रहे हैं। ग्रामीण प्रदीप बहुखंडी व नवीन बहुखंडी ने बताया कि क्षेत्र में गुलदार के चार शावक घूम रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों का शाम ढलते ही घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। कुछ दिन पूर्व शावक गांव तक पहुंच गए थे। इसकी सूचना वन विभाग को भी गई। बावजूद अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। गुलदार लगातार ग्रामीणों के मवेशियों को निवाला बना रहा है, जिससे ग्रामीणों को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है।