जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जनपद पौड़ी गढ़वाल में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार जंगली जानवरों के हमलों से लोग दहशत में है। गुलदार के बढ़ते हमलों के बाद पोखड़ा ब्लॉक के बगड़ीगाड़, घंडियाल, मसमोली, मटगल के साथ ही अब देवराड़ी में गुलदार की दहशत बन गई है। जनपद के पोखड़ा ब्लाक के देवराड़ी गांव में गुलदार के हमले के बाद वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है।
बता दें कि बीती बुधवार को गांव की महिलाओं के साथ घास काट रही एक महिला पर गुलदार ने हमला कर गंभीर घायल कर दिया था। पोखड़ा ब्लाक में हमले के बाद डीएफओ गढ़वाल ने यहां का दौरा किया। देवराड़ी में गुलदार के सक्रिय हो जाने के बाद वन विभाग की टीमें यहां भी गश्त कर रही है। बीती 13 नवंबर को बगड़ी में गुलदार ने एक महिला को मार दिया था। इसके बाद 15 नवंबर घंडियाल गांव में भी गुलदार ने महिला को घायल किया था। वन विभाग ने यहां सक्रिय गुलदार को नरभक्षी घोषित कर यहां टीमें तैनात की हुई है। इस बीच गुलदार ने बुधवार को प्रभावित गांव बगड़ी से करीब 10 किलोमीटर दूर देवराड़ी में घास काट रही महिला पर हमला कर दिया। देवराड़ी में गुलदार के हमले के बाद वन विभाग ने यहां गश्त तेज की है। ग्रामीणों ने क्षेत्र में एक के बाद एक गुलदार के हमलों के बाद नाराजगी जताई है। पोखड़ा के प्रमुख संजय गुंसाई और पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत ने नरभक्षी गुलदार को लेकर 13 दिसंबर को समाप्त हो रहे आदेशों को आगे बढ़ाने की मांग वन विभाग से की है। गढ़वाल वन प्रभाग की एसडीओ लक्की शाह ने बताया कि देवराड़ी में भी टीम गश्त में तैनात है। इसके साथ ही बगड़ी आदि क्षेत्रों में तैनात टीमें भी अभी हटाई नहीं गई हैं और यहां पिंजरे लगे है। गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।