शहर में स्थित वन विभाग के तीनों पार्क बनें हैं बदहाल
देख-रेख के अभाव में असामाजिक तत्वों का अड्डा बनें पार्क
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर में वन विभाग के पार्कों की हालत बदहाल पड़ी हुई है। हालत यह है कि सभी पार्कों में बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी हुई है। बच्चों के खेलने के लिए लगाए गए झूलें पूरी तरह टूट चुके हैं। सिद्धबली मंदिर के समीप स्थित पार्क का तो कुछ वर्ष पूर्व लाखों की लागत से सौदर्यीकरण करवाया गया था। शिकायत के बाद भी पार्कों की स्थिति नहीं सुधरने से शहरवासियों में रोष बना हुआ है।
क्षेत्र में वन विभाग की ओर से सनेह क्षेत्र, सिद्धबली के समीप व घराट चौराहे के समीप पार्क का निर्माण कराया गया है। सिद्धबली के समीप स्थित पार्क मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करें इसके लिए चार वर्ष पूर्व कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग ने दस लाख की धनराशि से इसका सौदर्यीकरण करवाया था। बजट से पार्क में बच्चों के लिए विभिन्न झूले, फूल, घास व बैंच सहित अन्य निर्माण करवाया गया था। लेकिन, पिछले एक वर्ष से यह पार्क बदहाल स्थिति में पड़ा हुआ है। सुकून तो दूर पार्क में खेलने वाले बच्चों को टूटी पड़ी टाइल्स व पत्थरों से चोट लगने का खतरा बना हुआ है। यही स्थिति सनेह पार्क व घराट पार्क की बनी हुई है। पार्कों में लगाई गई बैंच पूरी तरह टूट चुकी हैं। जगह-जगह बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी हुई हैं। पार्क में लगाए गए कूड़ेदान भी गायब हो चुके हैं। क्षेत्रवासी धीरेंद्र भंडारी, मयंक नेगी ने बताया कि ठंड के मौसम में धूप खिलने पर अभिभावक बच्चों को पार्क में लेकर जाते हैं। लेकिन, यहां तो पार्कों की हालत ही बिगड़ी हुई है।
असमाजिक तत्वों का बना अड्डा
देख-रेख के अभाव में वन विभाग के पार्क असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गए हैं। शाम ढलते ही पार्कों में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है। ऐसे में आसपास रहने वाले परिवारों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। सबसे बुरी स्थिति घराट पार्क की बनी हुई है। क्षेत्रवासी कई बार पार्क में आने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग उठा चुके हैं।