जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : योजना का लाभ दिलवाने के नाम पर 15 हजार रुपये रिश्वत लेने वाले वन दरोगा को विजलेंस की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से सतर्क अधिष्ठान के टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज की गई थी। आरोपी वन दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
सर्तक अधिष्ठान के टोल फ्री नंबर पर शिकायतकर्ता ने बताया था कि कि दो मार्च को पौठाणी पौड़ी गढ़वाल में वन पंचायत पाबो की सभा हुई थी। जिसमें वन पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए मुर्गी, बकरी पालन सहित अन्य विभागीय अनुदान दिए जाने की बात कही गई थी। शिकायतकर्ता ने योजना के लाभ के लिए वन विभाग में आवेदन किया था। जिसके बाद विभाग ने स्वजरोजागर के लिए पचास हजार रुपये उनके खाते में डाले। बताया कि रकम मिलने के बाद वन विभाग चाकीसैंण सैक्सन पाबौ रेंज पौड़ में तैनात वन दरोगा हंस राज पंत उनसे फार्म भरवाने व विभागीय अनुदान पास करवाने के एवज में रिश्वत मांगने लगा। लेकिन, वह वन दरोगा को रिश्वत नहीं देना चाहते थे। शिकायत के बाद सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून की ओर से गोपनीय जांच की गई। जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा वन दरोगा पर लगाए गए सभी आरोप सही पाए गए। टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए मंगलवार को वन दरोगा हंस राज पंत को पैठाणी बाजार से 15 हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।