पर्यटन मंत्री के पूर्व सलाहकार ने पंपिंग योजना की कार्यशाली पर उठाएं सवाल
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : धर्मस्व संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री के पूर्व सलाहकार रहे पूर्व प्रमुख ने कोट ब्लॉक की डांडा नागराजा ग्राम समूह पंपिंग पेयजल योजना की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि विभागीय अनदेखी के कारण योजना से लाभांवित होने वाले गांवों को पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कहा कि विभागीय लापरवाही से 26 करोड़ की पेयजल योजना ग्रामीणों की प्यास नहीं बुझा पा रही है। कहा कि क्षेत्र की जनता पिछले कई वषों से उपरोक्त पंपिंग योजना की तकनीकी जांच करवाने की मांग कर रहे है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
धर्मस्व संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री के पूर्व सलाहकार रहे पूर्व प्रमुख मदन सिंह नयाल बहेड़ाखाल ने विगत कुछ दिनों से 85 गांवों मे जलापूर्ति न होने पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने बताया कि गंगा, रांदीगाड के संगम पर बने इस योजना के ट्यूबवेल से लिप्ट कर फिल्टर से पानी बिरसणीं, श्रीडांडा नागराजा और आदवानी स्थित टैंको में पहुंचता हैं। टैंकों से गांवों के लिए आपूर्ति की जाती हैं। उन्होंने बताया कि 26 करोड़ की लागत की निर्मित त्रुटिपूर्ण योजना से नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है। कहा कि अनुसूचित जाति का गांव खांडा व मूलगढ़ गांव में विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत लाइन बिछा दी, लेकिन आज तक एक दिन भी पानी की बूंद नल में नहीं टपकी। उन्होंने कहा कि जल संस्थान के अधिकारीयों द्वारा जिलाधिकारी को गांव में नियमित जलापूर्ति की भ्रमित जानकारी दी जाती है। मदन सिंह नयाल ने बताया की क्षेत्र की जनता विगत 2019 से इस पंपिंग योजना की तकनीकी जांच करवाने की मांग करते आ रही है। यहां तक की मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में भी उक्त पॉपिंग योजना की तकनीकी जांच और सुचारू रूप से पेयजल आपूर्ति नहीं होने की शिकायत दर्ज करा चुके है, लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि डांडा नागराजा टैंक से पानी ग्रेविटी लाईन द्वारा तैड़ीधार टैंक तक। जिससे तैड़ी-बहेड़ाखाल क्षेत्र की चार ग्राम सभाओं को जलापूर्ति की जाती है, परन्तु गलत ग्रेविटी एलाईमैन्ट व वितरण कुव्यवस्था के चलते जलापूर्ति न होने से सबसे प्रवावित भी यही क्षेत्र रहता है।