बागेश्वर में चार मकान क्षतिग्रस्त, सात सड़कों में यातायात प्रभावित
बागेश्वर। मौसम विभाग के औरेंज अलर्ट के बाद डीएम ने गुरुवार को जिले के सभी कक्षा एक से 12 तक के स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने के आदेश जारी किए थे, लेकिन बारिश नहीं हुई। इसके बावजूद पिछले दिनों हुई बारिश के कारण दुश्वारियां बरकरार हैं। जिले में चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि सात सड़कों पर आवाजाही दूसरे दिन भी बंद रही। चंडिका मार्ग पर फल्टनियां में भूस्खलन से कई खेतों में दरार आ गई है। जबकि मां चंडिका वैंक्वट हल की सुरक्षा दीवार ढह गई है। इससे बैंक्वट हल को खतरा बना हुआ है। उधर, कपकोट से पोथिंग जाने वाले यात्री जान जोखिम में डालकर आवाजाही को मजबूर हैं। असों डणूं के पास स्कबर पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली और पानी का भी संकट बना हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बंद मार्ग खोलने का कार्य जारी है।
मकान और गोशाला क्षतिग्रस्त
गरुड़ध्धरमघर। कत्यूर घाटी में तीन मकान और एक गोशाला क्षतिग्रस्त हो गए। तहसीलदार तितिक्षा जोशी ने बताया कि बीते दो दिनों में हुई अतिवृष्टि से राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र डंगोली के अंतर्गत मेहरघेटी गांव निवासी पाल सिंह पुत्र खीम सिंह व बूंगा गांव निवासी कुंवर राम पुत्र लछम राम का आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया। धरमघर में नाकुरी पट्टी के चौनाला गांव निवासी त्रिलोक सिंह, मधन सिंह पुत्रगण स्व़ रतन सिंह, तारा सिंह, मोहन सिंह, सुंदर सिंह पुत्रगण स्व़ किशन सिंह के घर के पीटे की पहाड़ी दरक गई। गोशाला और रसोई में मलबा आ गया है। पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है।
घरों को खतरा, विस्थापित करने की मांगरू झटक्वाली-ग्वाड़ सड़क की सुरक्षा दीवार गिर गई है। भूस्खलन से आवासीय घरों को खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर प्रभावितों को विस्थापित करने की मांग की है। गुरुवार को ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व सड़क की दीवार बनी। वह गिर गई है। जिससे आवासीय घरों पर खतरा बना हुआ है। सड़क कटिंग जारी है। भूस्खलन भी होने लगा है। गांव के लोगों ने पहले भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। ग्वाड़ निवासी गुलाब सिंह, चंदन सिंह, हरीश सिंह, पूरन सिंह के मकानों को खतरा बना हुआ है। सड़क से 15 मीटर दूरी पर उनके आंगन हैं। 2018 से भूस्खलन हो रहा है। जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है।
सात सड़कों पर आवाजाही ठपरू जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सातचौंरा-जल्थाकोट, भानी-हरसिंग्हाबगड़, कठपुड़ियाछीना-सेराघाट, काफलीकमेड़ा, शामा-नौकुड़ी, नामतीचेटाबगड़ मार्ग मलबा आने से बंद हैं। सड़क बंद होने से लोगों को आवाजाही करने में परेशानी हो रही है।
प्रभावित परिवारों को 10 हजार की मदद दी रू रेडक्रस सोसायटी बागेश्वर अब तक 22 परिवारों तक आपदा राहत सामग्री उपलब्ध करा चुकी है। राहत सामग्री वितरण के लिए रेडक्रस सोसायटी देहरादून ने बागेश्वर सोसायटी को राहत सामग्री उपलब्ध करवाई थी। इसे बागेश्वर लाने के लिए वरिष्ठ नागरिक न्यास ने सहयोग किया। उनके द्वारा 10 हजार रूपये का सहयोग किया गया। न्यास के अध्यक्ष और रेडक्रस सोसायटी बागेश्वर के संस्थापक सदस्य दिलीप सिंह खेतवाल ने बताया की रेडक्रस जिले में हमेशा पीड़ितों की सहायता के लिए समर्पित है। इस मौके पर सोसायटी सचिव आलोक पांडेय, इंद्र सिंह परिहार, हरीश सोनी, आशीष धपोला, कन्हैया वर्मा,नवीन लाल साह, रमेश हरड़िया आदि मौजूद थे।