जसवंतगढ़ जिला संघर्ष समिति की ओर से चलाई जा रही यात्रा का हुआ समापन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : धुमाकोट को जिला बनाने की मांग को लेकर चल रही जसवंतगढ़ जिला संघर्ष समिति की दूसरे चरण की यात्रा संपन्न हो गई है। इस दौरान सदस्यों ने सरकार से धुमाकोट को जसवंतगढ़ के नाम से जिला बनाने की मांग उठाई। कार्यक्रम के दौरान समाज सेवा के लिए चार लोगों को भी सम्मानित किया गया।
समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कर्नल (सेवानिवृत्त) रामरतन नेगी के नेतृत्व में लंबे समय से यह यात्रा चल रही थी। मंगलवार को भारतीय सेना के साहसी व महावीर चक्र विजेता अमर बलिदानी जसवंत सिंह रावत के जन्मदिवस पर यात्रा का धुमाकोट में समापन किया गया। आयोजित कार्यक्रम के दौरान पूर्व ब्लाक प्रमुख बीरोंखाल राजेश कंडारी, पूर्व ब्लाक प्रमुख नैनीडांडा मधु बिष्ट, जंगबहादुर नेगी व रंजना रावत को समाज सेवा के लिए जसवंत रत्न सम्मान दिया गया। सभा को संबोधित करते हुए समिति के संयोजक आरपी ध्यानी ने कहा कि स्थानीय जनता लगातार धुमाकोट को जिला बनाने की मांग उठा रही है। समिति के अध्यक्ष राजदर्शन सिंह रावत ने कहा कि धुमाकोट सैन्य बाहुल्य क्षेत्र है। ऐसे में इसकी अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। क्षेत्र के बेहतर विकास के लिए धुमाकोट का अलग जिला बनना आवश्यक है। रामरतन नेगी ने कहा कि यात्रा के दूसरे चरण का समापन है। यात्रा के दौरान समिति को ग्रामीणों का अपार समर्थन मिला। कहा कि तीसरे चरण की यात्रा 14 नवंबर से शुरु होगी। इस मौके पर राजेश ध्यानी, जीएस नेगी, राम प्रसाद डोबरियाल आदि मौजूद रहे।