पालघर/विरार ,महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार में सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां रामाबाई अपार्टमेंट नाम की चार मंजिला इमारत का पिछला हिस्सा अचानक गिर गया। इस हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें एक मां-बेटी की जोड़ी भी शामिल है। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है, जबकि राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है।
यह हादसा सुबह करीब 12:05 बजे हुआ। बताया जा रहा है कि यह इमारत 2012 में बनाई गई थी, लेकिन इसके निर्माण के लिए कोई वैध अनुमति नहीं ली गई थी। वसई-विरार नगर निगम ने पहले ही इसे गैरकानूनी घोषित किया था। हादसे के बाद पुलिस ने इमारत के बिल्डर को हिरासत में ले लिया है।
इमारत में कुल 50 फ्लैट थे, जिनमें से 12 फ्लैट उस हिस्से में थे जो ढह गया। हादसे के तुरंत बाद नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स की दो टीमें मौके पर पहुंच गईं। शुरू में मलबा हटाने का काम हाथों से किया गया, क्योंकि संकरी गलियों की वजह से भारी मशीनें वहां नहीं पहुंच पा रही थीं। अब मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है।
जिला कलेक्टर इंदु रानी जाखड़ ने बताया कि मलबे में अब भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। अब तक 17 लोगों को निकाला गया है, जिनमें 15 की मौत हो चुकी है, एक घायल है और दो को सुरक्षित बचा लिया गया है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विवेकानंद कदम ने कहा कि जिस चॉल पर इमारत का मलबा गिरा, वह खाली थी, जिससे और बड़ा नुकसान होने से बच गया। आसपास की चॉलों को भी खाली कराया गया है और वहां के लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है।
इस हादसे ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है। प्रभावित लोगों को चंदनसर समाजमंदिर में ठहराया गया है, जहां उन्हें खाने-पीने की चीजें, दवाइयां और जरूरी मदद दी जा रही है।
वसई-विरार नगर निगम के असिस्टेंट कमिश्नर गिल्सन गोंसाल्वेस ने बताया कि यह इमारत बिना अनुमति के बनाई गई थी। हादसे के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।