हरिद्वार। ऊर्जा निगम सोमवार से उपसंस्थान सहदेवपुर, गौरीशंकर, ट्रांसपोर्ट नगर और गैंडीखाता के विभिन्न फीडरों पर मरम्मत के काम शुरू करेगा। मरम्मत काम के लिए दिन में पांच घंटे तक की बिजली कटौती होगी। त्योहारों के दौरान बिजली की कटौती से करीब 70 हजार की ग्रामीण आबादी प्रभावित रहेगी। साथ ही कारोबारियों को नुकसान होगा। वहीं, लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ेगा। सोमवार से ऊर्जा निगम ग्रामीण क्षेत्र के उपसंस्थान सहदेवपुर के हरि आश्रय फीडर पर टीएमपीओ स्थापित करने का काम करेगा। साथ ही उपसंस्थान ट्रांसपोर्ट नगर के सराय फीडर पर एएएसी कवर्ड कंडक्टर के मरम्मत काम होंगे। मरम्मत काम के लिए हरि आश्रय फीडर 29 सितंबर, तीन और पांच अक्तूबर को बंद रहेगा। साथ ही सराय फीडर से 29 सितंबर, चार और छह अक्तूबर को बिजली की सप्लाई बाधित रहेगी। हरि आश्रय फीडर दिन में सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक बंद किया जाएगा। सराय फीडर पर सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक मरम्मत के काम होंगे। बिजली बाधित होने के दौरान क्षेत्र के करीब 30 हजार की आबादी को बड़ी परेशानी उठानी पड़ेगी। उधर उपसंस्थान गौरीशंकर और गैंडीखाता के फीडरों पर ऊर्जा निगम रेक्टिफिकेशन का काम करेगा। मरम्मत काम के लिए तीन दिन 29 सितंबर, एक और तीन अक्तूबर को दोनों उपसंस्थान से बिजली कटौती होगी। दोनों उपसंस्थान पर सुबह 11 बजे से दोपहर चार बजे तक पांच घंटे मरम्मत के काम होंगे। यहां बिजली कटौती के दौरान 40 हजार की आबादी को बड़ी दिक्कतें उठानी पड़ेगी। अघोषित कटौती के चलते ग्रामीण परेशान हरिद्वार(आरएनएस)। ग्रामीण शमशेर अली, सर्वजीत, संजय, अशोक, सबल, हरिश, विजेंद्र, भीम, गुलशेर, साजिद, हनीफ आदि का कहना है कि अघोषित कटौती के चलते ग्रामीण परेशान है। बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में दिन और रात के समय दो घंटे की बिजली कटौती पिछले दो महीनों से हो रही है। अब ऊर्जा निगम त्योहारों के सीजन में मरम्मत काम के नाम पर बिजली कटौती करेगा। कटौती से ग्रामीणों का कारोबार प्रभावित होगा। त्योहारों में बड़ी परेशानी उठानी पड़ेगी। मांग करते हुए कहा कि त्योहारों के सीजन में ऊर्जा निगम बिजली की कटौती बंद करे। वर्जन: बिजली की आपूर्ति सुचारु रखने के लिए मरम्मत के काम जरूरी होते है। वैसे भी दिवाली से पूर्व ऊर्जा निगम मरम्मत के काम करता है। लोगों को पूर्व में कटौती की सूचना उपलब्ध कराई गई है। कटौती के दौरान निगम के सहयोग की अपील है। प्रदीप चौधरी, अधीक्षण अभियंता, ऊर्जा निगम