10 घंटे तक रास्ते में पड़ा रहा था महिला का शव, डीपीआरओ करेंगे मामले की जांच
– डीएम ने दिए निर्देश, 15 दिन के भीतर सौंपनी होगी रिपोर्ट
– 10 घंटे तक गांव में रास्ते में पड़ा रहा था बुजुर्ग महिला का शव
– कोरोना संक्रमण के भय से न तो प्रशासन और न ही ग्रामीण फटके शव के नजदीक
पौड़ी। विकासखंड खिर्सू की ग्राम पंचायत कोल्ठा के उज्जवलपुर में बुजुर्ग महिला का शव रास्ते में पड़े रहने संबंधी मामले की जांच जिला पंचायत राज अधिकारी को सौंपी गई है। उक्त प्रकरण पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायतों में इस तरह की घटनाओं पर ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी अपने स्तर पर आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी कर सकते हैं। बीते शुक्रवार को विकासखंड खिर्सू की ग्राम पंचायत कोल्ठा के उज्जवल पुर गांव में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। बुजुर्ग महिला कुछ दिन पूर्व ही अपने पति के साथ देहरादून के गांव लौटी थी। तबियत खराब होने पर उन्होने 108 से संपर्क किया था। 108 कर्मी गांव में पहुंचे और दंपति को एंबुंलेस में ले जाने लगे। इसी दौरान गांव के रास्ते में बुजुुर्ग महिला बेहोस हो कर गिर गई। जब तक 108 कर्मी कुछ करते महिला ने दम तोड़ दिया। जिस पर 108 कर्मी केवल बुजुर्ग को उपचार के लिए बेस अस्पताल श्रीकोट ले गए। लेकिन बुजुर्ग महिला का शव 10 घंटे तक गांव के मुख्य रास्ते में ही पड़ा रहा। कोरोना संक्रमण के भय से कोई भी ग्रामीण शव के नजदीक तक नहीं आया। हालांकि इस दौरान ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन को इस संबंध में पूरी जानकारी दे दी थी। ग्रामीण दिन भर प्रशासन के वाहन का इंतजार करते रहे। लेकिन प्रशासन ने गांव में कुछ पीपीई किट फैंक अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़़ दिया। शाम करीब 6 बजे मृत बुजुर्ग महिला के परिजन व कुछ ग्रामीण पीपीई किट पहन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। उक्त प्रकरण सोशल मीडिया के साथ ही मीडिया में भी खूब उछला। जिस पर
जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे ने सख्त रुख अपनाते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान को मामले में जांच कर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी डा. जोगदंडे ने कहा कि ग्राम पंचायतों में इस प्रकार कर घटना होने पर ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी आवश्यक वस्तुओं को अपने स्तर पर खरीद सकते हैं।