जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लगातार आंदोलन के बाद भी ठगी की रकम वापस नहीं मिलने पर ठगी पीड़ित जमकर्ता परिवारों ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि कानून बनने के बाद भी अब तक रकम वापस दिलवाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई।
शुक्रवार को सदस्यों ने तहसीलदार साक्षी उपाध्याय के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। बताया कि विभिन्न कंपनियों व सोसाइटी में डूबी हुई रकम को वापस दिलवाने के लिए वर्ष 2019 में कानून बनाया गया था। अधिनियम के अंतर्गत देश के प्रत्येक जिले में पीड़ित आवेदकों से आवेदन लेने और उनका भुगतान करने के लिए भुगतान पटल की स्थापना की गई। 24 अक्टूबर 2014 को कोटद्वार में भी आवेदन लेने के लिए खिड़की खोली गई थी। लेकिन, कई माह बीत जाने के बाद भी आवेदनों पर कोई प्रक्रिया नहीं हुई। नतीजा, जनता स्वयं को ठगी हुई महसूस कर रही है। ठगी के पीड़ित को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि पीड़ितों को न्याय मिल सकें इसके लिए गंभीरता से कार्य किया जाना चाहिए। इस मौके पर गजेंद्र सिंह रावत, सुखदेव सिंह शास्त्री, कल्पना रावत, उर्मिला कुकरेती, प्रेमा काला, रीता रावत, इंदु देवी, विजय लक्ष्मी, चंद सिंह, किरन, विजय लक्ष्मी, अनामिका रावत आदि मौजूद रहे।