मंदिर शिफ्टिंग न होने पर रोष जताया
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर गढ़वाल। सिद्धपीठ धारी देवी मंदिर की मूर्ति नये मंदिर में अभी तक शिफ्ट नहीं हो पाई है। मंत्री डॉ. धन सिंह रावत विगत दो सालों से मंदिर शिफ्टिंग की बात कर रहे है, किंतु अभी तक नये मंदिर में मूर्ति शिफ्टिंग की पहल शुरु नहीं हो पायी है। आलम यह है कि नये मंदिर पर लगी टाइल्स से लेकर अन्य सामाग्री उखड़ने लगी है। जिससे नवनिर्मित मंदिर ही जीर्णोंद्वार की राह तांक रहा है। देवी के भक्तों ने भी मंदिर शिफ्टिंग न होने पर रोष जताया है।
स्थानीय निवासी दीपक उनियाल ने कहा कि लाखों लोगों की आस्था का केन्द्र उक्त मंदिर आठ साल बाद भी अस्थाई मंदिर में चल रहा है। जीवीके कंपनी द्वारा नया मंदिर तो तैयार किया गया है, किंतु मंदिर का काम आज भी आधा-अधूरा पड़ा है। जबकि मंदिर पर किये गये कार्य भी लगातार उखड़ने लगा है। रास्ते पर लगी टाइल्स से लेकर अन्य सामाग्री उखड़ने लगी है। उन्होंने कहा कि नये मंदिर में अभी तक हवन कुण्ड नहीं बना है, टाइल्स टूटने लगी हैं, पेंट भी उखड़ने लगा है और कार्य पूरी तरह से ठप है। उनियाल ने कहा कि प्रदेश के सीएम एवं स्थानीय विधायक से जल्द नये मंदिर में धारी देवी की मूर्ति शिफ्ट करने तथा नये मंदिर में छूटे कार्य को पूरा कराने हेतु जीवीके कंपनी को निर्देशित करने की मांग की है। कहा कि यदि जल्द मंदिर शिफ्ट नहीं हुआ तो धारी देवी प्रागंण में क्रमिश अनशन शुरु किया जायेगा।