जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विभागीय कार्यों को लेकर पड़ने वाली निविदा में स्थानीय ठेकेदारों की अनदेखी होने पर पर्वतीय ठेकेदार संघ ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि स्थानीय ठेकेदारों के हित को देखते हुए योजनाएं तैयार की जानी चाहिए। इस दौरान निविदा को लेकर पूर्व में होने वाली प्रक्रिया को पुन: लागू करने की मांग उठाई गई।
बुधवार को ठकेदार संघ ने समस्या से महापौर शैलेंद्र सिंह रावत को अवगत करवाया। कहा कि सरकारी विभागों में निविदा प्रक्रिया में स्थानीय ठेकेदारों की अनदेखी की जा रही है। जेम पार्टल व ई-निविदा में बाहरी ठेकेदार व कंपनियां प्रतिभाग कर रही है, जिससे स्थानीय ठेकेदारों को मौका नहीं मिल रहा है। ऐसे में स्थानीय ठेकेदार आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। कहा कि तीन वर्षों से चली आ रही निविदा प्रक्रिया को पुन: लागू किया जाना चाहिए। कहा कि शासन-प्रशासन को स्थानीय ठेकेदारों के हितों को लेकर गंभीरता से योजना बनानी चाहिए। महापौर ने ठेकेदारों की समस्या को लेकर जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अभिषेक वर्मा के साथ ही विभाग के मुख्य महा प्रबंधक से वार्ता की। साथ ही जल्द ही इस संबंध में कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस मौके पर ठेकेदार संघ के उपाध्यक्ष रविंद्र सिंह, अनिल नेगी, महेश चंद्र सेमवाल, नरेंद्र गुसाईं, सतेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।