प्रधानाचार्य के पदों पर शिक्षकों की पदोन्नति नहीं होने पर रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार:
राजकीय शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों की संगठन कार्यालय में आयोजित बैठक में प्रधानाचार्य के पदों पर शिक्षकों की पदोन्नति न होने पर नाराजगी व्यक्त की गई।
बैठक में पूर्व जिला मंत्री मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के लगभग 90% विद्यालय नियमित प्रधानाचार्य विहीन है तथा विद्यालय के वरिष्ठतम शिक्षक, शिक्षण कार्य व प्रभारी प्रधानाचार्य एवं लिपिक के दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। इन कार्यों के अतिरिक्त अधिकांश विकासखंडों में नियमित प्रधानाचार्य न होने के कारण अध्यापकों को आहरण वितरण कार्य हेतु खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय भी जाना पड़ता है, जिस कारण शिक्षण व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अधिकांश शिक्षक जिस पद पर नियुक्त हो रहे हैं, लंबी सेवा के बाद उसी पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसलिए शिथिलीकरण व्यवस्था के तहत जल्द से जल्द सभी रिक्त प्रधानाध्यापक पदों पर शिक्षकों की पदोन्नति की जानी चाहिए। बैठक में मुकेश रावत, विजेंद्र बिष्ट, विजेंद्र तोमर, डबल सिंह रावत, धीरेंद्र सिंह रावत, संजय रावत, आशीष खर्कवाल, परितोष रावत, रतन सिंह बिष्ट, मनीष रावत, नरेंद्र सिंह रावत, मनमोहन रौतेला, अनूप नेगी, दीपक नौटियाल, अब्बल सिंह रावत, रतन सिंह रावत, पूर्णचंद्र धूलिया, जयकृत नेगी और रविंद्र रावत आदि शिक्षक मौजूद रहे।