गाय से टकराकर 20 किमी उल्टी दौड़ी जनशताब्दी एक्सप्रेस, बाल-बाल बचे 60 यात्री
टनकपुर (चम्पावत) । अक्सर हमने फिल्मों में ट्रेन को अनियंत्रित होकर विपरित दिशा में स्पीड से दौड़ते देखा है, लेकिन बुधवार को टनकपुर बनबसा के लोगों ने यह भयावह दृश्य अपनी आंखों से देखा। यह देख लोगों के रौंगटे खड़े हो गए। घटना बुधवार शाम की है। दिल्ली से टनकपुर पहुंच रही जनशताब्दी जब मनिहारगोठ पहुंची तो गाय के ट्रेन से टकराकर कटने के बाद इंजन का प्रेशर डाउन हो गया। जिससे ट्रेन आगे बढने के बजाय पीटे की ओर अनियंत्रित स्पीड से दौडने लगी। ट्रेन में सवार करीब 60 यात्री करीब 20 किमी दूर खटीमा के पास नदन्ना नदी के पास जाकर रुकी। ट्रेन की रुकने तक सवारियों की सांसे अटकी रही।
बुधवार शाम करीब पौने पांच बजे दिल्ली से टनकपुर आ रही पूर्णागिरि जन शताब्दी एक्सप्रेस (5326) मनिहारगोठ पहुंची तो पहले सिग्नल के पास एक मवेशी से टकरा गई। ट्रेन की स्पीड अधिक होने के कारण मवेशी कट गई। जिससे ट्रेन का प्रेशर पाइप फटने से प्रेशर डाउन हो गया। प्रेशर कम होने के बाद ट्रेन आगे बढने के बजाय पीटे की ओर जाने लगी।
ड्राइवर ने ब्रेक मारने का काफी प्रयास किया, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी और उसकी स्पीड बढ़ती चली गई। ट्रेन में दो एसी व आठ सामान्य बोगियां थी। जिसमें करीब 60 यात्री सवार थे। ट्रेन को पीटे जाते देख सवारियां परेशान होने लगी। जिससे की कोई हादसा न हो सके। ट्रेन के आने के बाद पीटे सभी रेलवे क्रसिंग के गेट खोल दिए गए थे। ट्रेन पहले बनबसा फिर चकरपुर पहुंची और बाद में खटीमा से करीब पांच किमी पहले नदन्ना नदी के पास जाकर रुक गई। ट्रेन के पीटे जाने पर सभी को अलर्ट कर दिया था। ट्रेन के रुकते ही सवारियां में जान में जान आई और अपना सामान लेकर भाग खड़े हो गए। सूचना पर रेलवे के कई उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए। मामले में रेलवे के स्टेशन अधीक्षक डीएस धरियाल से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। ट्रेन के आगे जाने के बजाय पीटे जाना लोगों के लिए कोतुहल का विषय बना हुआ है। ट्रेन को देखने को लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। इससे पूर्व एक मालगाड़ी भी ऐसे ही पीटे को गई थी।