गलवां झड़प में केवल चार सैनिकों की मौत के आंकड़े पर उठे सवाल, चीन ने गिरफ्तार किए अपने ही तीन पत्रकार
बीजिंग,एजेंसी। पूर्वी लद्दाख के गलवां घाटी इलाके में पिछले साल भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। वहीं, पहले इस झड़प में किसी भी तरह के नुकसान से इनकार करने वाले चीन ने बीते दिनों आधिकारिक रूप से स्वीकार किया था कि इसमें उसके चार सैनिक मारे गए थे।
इस मामले में सामने आईं कई रिपोर्ट्स के मुकाबले मरने वाले सैनिकों की संख्या केवल चार बताए जाने पर चीन के कुछ पत्रकारों ने संदेह जताते हुए सवाल उठाए थे। जिसके जवाब में चीन ने अपने ही देश के तीन पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया है। इन पत्रकारों पर पर सेना की शहादत का अपमान करने का आरोप लगाया गया है।
गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में से किउ जिमिंग का नाम भी शामिल है। इकनमिक अब्जर्वर के साथ काम कर चुके 38 वर्षीय किउ को ये आंकड़े जारी किए जाने के बाद शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस झड़प में चीनके कम से कम 35 सैनिक मारे गए थे।
किउ ने चीन के आंकड़ों को लेकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी की थी। इसके साथ ही उन्होंने यह आंकड़ा इतनी देर से जारी करने भी सवाल उठाया था। उन्होंने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफर्म पर लिखा था, भारत के नजरिए से देखा जाए तो वे जीत भी गए और कीमत भी कम चुकाई। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए अन्य दो लोग ब्लगर हैं। बता दें कि चीन की सेना ने बीते शुक्रवार कोबताया था कि इस झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे और एक सैनिक की बाद में मौत हो गई थी। पिछले साल 15 जून को दोनों पक्ष के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसके बाद दोनों देशों में तनाव कई गुना बढ़ गया था।