हरिद्वार(। भीमगोड़ा बैराज पर गंगा 50 घंटे तक चेतावनी निशान से ऊपर बहती रही। इस दौरान बैराज से निचले इलाकों में पानी का अधिकतम डिस्चार्ज 200440 क्यूसेक रहा। बैराज से पानी की निकासी बढ़ने के बाद निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। कई क्षेत्रों में किसानों को भूमि कटाव से नुकसना हो रहा है। पिछले एक माह से गंगा में जलवृद्धि के बाद डीएम ने जिले में अलर्ट जारी किया हुआ है। गुरुवार को गंगा दोपहर तीन बजे तक चेतावनी निशान से ऊपर बहती रही। पहाड़ों में हो रही बारिश की वजह से गंगा, सहायक नदियां और बरसाती नदियां उफान पर है। पशु लोक बैराज, कोटेश्वर बांध, टिहरी बांध, श्रीनगर बांध आदि स्थानों से गंगा में पानी की अतिरिक्त निकासी की जा रही है। इस कारण गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है।
पांच अगस्त को चेतावनी निशान से ऊपर बही गंगा : इस साल पहली दफा पांच अगस्त को गंगा चेतावनी निशान से ऊपर बही थी। छह अगस्त को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज हुआ था। पिछले एक माह से गंगा का जलस्तर बढ़ा होने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ के आसार बन गए है। ग्रामीण क्षेत्र श्यामपुर, लालढांग, गैंडीखाता, पीली पड़ाव, बुग्गावाला, मुजाहिदपुर सतीवाला, लालवाला, हजार ग्रांट टोंगिया आदि में भूमि कटाव हुआ है।