खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा नदी
नई टिहरी। भारी बारिश से अलकनंदा नदी में आये पानी से गंगा नदी खतरे के निशान को पार कर गई। जिससे तीर्थवासियों में अफरा-तफ़री की स्थिति बन गई। हालांकि बारिश रुकने पर लोगों ने राहत की सांस ली। शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश से देवप्रयाग में अलकनंदा नदी और गंगा नदी का जलस्तर एका-एक बढ़ गया। शनिवार तड़के अलकनंदा नदी में भारी मात्रा में आये पानी से अलकनंदा नदी खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर बहने लगी। अलकनंदा के लगातार तीन घटें तक 466 मीटर से ऊपर बहने से गंगा भी खतरे के निशान 463 मीटर के निशान को पार कर गई। करीब सुबह नौ बजे के बाद बारिश रुकने के बाद गंगा के जल स्तर में थोड़ी कमी आई। अलकनंदा नदी के उफान में आने से भागीरथी का बहाव पूरी तरह थम गया। अलकनंदा के टोडेश्वर टापू से होकर बहने से संगम क्षेत्र में पानी का दबाब कम हो गया। भागीरथी और अलकनंदा नदी का जल स्तर बढ़ने से रामकुंड, संगम स्थल, वशिष्ठ गुफा, सूर्य गुफा, फुलारी घाट, शांता घाट, वेताल शिला सहित नमामि गंगे के तहत बने सभी घाट पानी में डूब गए। इस दौरान मृतकों का अंतिम सस्कार करने आये लोगों को काफी दिक्कतें हुई। नदी तटों स्थित सभी शमशान घाट शनिवार को पूरी तरह जल मग्न हो गये।