उत्तरकाशी । गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर बारिश से भूस्खलन के कारण आवागमन बाधित रहने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को गंगोत्री हाईवे पापड़ गाड़ के समीप मलबा गिरने से करीब 11 घंटे तक आवाजाही के लिए बंद रहा। इससे दिनभर यात्री परेशान रहे। वहीं, यमुनोत्री हाईवे ओजरी में पिछले छह दिन से ठप पड़ा है। इसके चलते यमुनोत्री धाम की यात्रा बाधित है। गंगोत्री हाईवे पर शुक्रवार सुबह नेताला, हीना और पापड़ गाड़ में भारी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने से आवागमन ठप हो गया था। नेताला में सुबह करीब दस बजे तक आवागमन सुचारू हो गया था, लेकिन पापड़ गाड़ के समीप दोपहर ढाई बजे तक मार्ग यातायात के लिए सुचारू हो सका।
इस स्थान पर करीब 11 घंटे तक आवागमन प्रभावित रहा। इसके चलते गंगोत्री धाम जाने वाले यात्री दिनभर हाईवे पर भूखे प्यासे वाहनों में फंसे रहे। मार्ग सुचारू होते ही यात्रियों ने राहत की सांस ली। लगातार बारिश के कारण इन स्थानों पर मार्ग बंद होने की संभावना लगातार बनी है। वहीं, यमुनोत्री हाईवे अभी तक यातायात के लिए चालू नहीं हो सका है। हालांकि, सिलाई बैंड में हाईवे को छह दिन बाद सुचारू किया गया है, लेकिन ओजरी के पास अभी तक नहीं खुल सका है। ओजरी में बैली ब्रिज बनाया जा रहा है। मार्ग बंद होने से यात्री फिलहाल यमुनोत्री धाम दर्शन के लिए नहीं जा पा रहे। जबकि फंसे हुए सभी यात्रियों को दो दिन पहले धीरे-धीरे करके ट्रासशिपमेंट के माध्यम से गंतव्यों तक भेजा गया। हालांकि, बड़ी संख्या में वाहन चालक यहां स्यानचट्टी, रानाचट्टी, जानकीचट्टी आदि स्थानों पर अभी भी फंसे हुए हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्या ने बताया कि ओजरी के पास बैली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। तेज गति के साथ ब्रिज का निर्माण हो रहा है। संभवत: एक दो दिन के भीतर ब्रिज तैयार हो जाएगा। जल्द से जल्द मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है।