उत्तरकाशी। गंगोत्री नेशनल हाईवे बारिश के बीच जगह-जगह भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हाईवे जहां पिछले 13 दिनों से डबरानी से आगे यातायात के लिए ठप पड़ा हैं, वहीं नालूपानी के समीप रविवार सुबह भारी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने से हाईवे दिनभर आवाजाही के लिए ठप पड़ा है। देर शाम तक भी हाईवे आवाजाही के लिए नहीं खुल सका। जिसके चलते दिन भर मुसाफिर परेशान रहे। बारिश के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन और भू धंसाव का दौर जारी है। रविवार सुबह करीब छह बजे गंगोत्री हाईवे नेताला, रतूड़ीसेरा, नालूपानी आदि स्थानों पर यातायात के लिए घंटों बाधित रहा। नेताला और रतूड़ीसेरा में गंगोत्री हाईवे हालांकि चार से पांच घंटे के भीतर आवाजाही के लिए खोल दिए गए थे, लेकिन नालूपानी के समीप दिनभर मार्ग यातायात के लिए नहीं खुल सका। नालूपानी में भारी मात्रा में पहाड़ी से मलबा और बोल्डर दरकने के कारण वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी है। बीआरओ की मशीनरी मार्ग को आवाजाही के लिए खोलने में जुटी है, लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे के कारण मार्ग खोलने में भारी दिक्कतें आ रही है। मार्ग बंद रहने से दिनभर मुसाफिर मार्ग पर फंसे रहे। इधर, भटवाड़ी से आगे सालंग पुल की तरफ गंगोत्री राजमार्ग करीब 100 मीटर दायरे में भूधंसाव की चपेट में है। हाईवे पर बड़ी दरारें उभर आई हैं। जिससे आवागमन कठिन बना हुआ है। इसके अलावा गंगोत्री हाईवे डबरानी और सोनगाड़ के बीच जगह-जगह भूधंसाव के चलते पिछले 13 दिन से यातायात के लिए बाधित पड़ा है। इन स्थानों पर बीआरओ की मशीनें हाईवे बहाली में जुटी हैं, लेकिन मार्ग खुलने में अभी एक सप्ताह तक का वक्त लगने की संभावना है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसांई ने बताया कि गंगोत्री हाईवे नालूपानी में मलबा आने से अभी बंद पड़ा है। जिले की करीब 30 से 32 सड़कें भी बारिश के कारण अवरूद्ध पड़ी हैं।