गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आना…
गणेश महोत्सव के दसवें दिन शहर में गाजे-बाजे के साथ विध्नकर्ता को दी विदाई
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गणेश महोत्सव के दसवें दिन शहर में गाजे-बाजे के साथ विघ्नहर्ता श्री गणेश को विदाई दी गई। इससे पूर्व, भक्तों ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर गणपति से सुख-शांति की कामना की। विदाई शोभा यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आना… के जयकारे लगाए और अबीर-गुलाल उड़ाकर होली खेली। बड़ी संख्या में मौजूद भक्तों ने नम आंखों से गजानन की मूर्ति को खोह नदी में विसर्जित किया।
गणेश चतुर्थी के मौके पर 19 सितम्बर को क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर भगवान गणेश की प्रतिमा प्रतिष्ठित की गई। भक्तों ने घरों व पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर हर्षोल्लास के साथ गणेश महोत्सव मनाया। दस दिनों तक भगवान गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना के बाद गुरुवार को गणेश विसर्जन किया गया। सिद्धि विनायक सेवा समिति इंदिरा नगर (आमपड़ाव) की गणेश विसर्जन यात्रा पटेल मार्ग स्थित एक बारात घर से शुरू हुई। विसर्जन यात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए खोह नदी तक पहुंची। वहीं, मोहल्ला जौनपुर में स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमा की विसर्जन यात्रा पटेल मार्ग से होते हुए झंडाचौक, बदरीनाथ मार्ग होते हुए खोह नदी में पहुंची। गजानन सेवा समिति पदमपुर, कड़क पहाड़ी संस्था सहित कोटद्वार गणेश मित्र मंडली सिम्मलचौड़ सहित विभिन्न संस्थाओं ने गणपति विसर्जन शोभा यात्रा निकाली। शोभायात्रा विभिन्न क्षेत्रों से होती हुई झंडाचौक, बद्रीनाथ मार्ग से होते हुए सिद्धबली मंदिर के समीप खोह नदी के तट पर पहुंची। देर शाम तक शहर के विभिन्न वार्ड व मोहल्ले से विसर्जन यात्रा की झांकी निकलती रही। गणपति बप्पा को विदाई देते हुए भक्तों में भारी उत्साह था। भक्त नाचते झूमते और रंग गुलाल उड़ाते हुए प्रतिमा को नदी तट पर विसर्जन के लिए पहुंचे।
विद्यार्थियों ने मनाया महोत्सव
नवयुग पब्लिक स्कूल मोटाढांक की ओर से गणपति महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्य नीलम नेगी व संस्थापक हुक म सिंह नेगी ने विद्यार्थियों को गणेश महोत्सव के बारे में जानकारी दी। इसके उपरांत कण्वाश्रम मालन नदी में गणपति का विसर्जन पूर्ण विधिवत किया गया।