गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार शामिल होगा राफेल, युद्घक विमान दिखाएगा वर्टिकल चार्ली फर्मेशन
नई दिल्ली, एजेंसी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड में इस बार लड़ाकू विमान राफेल भी शामिल होगा। फ्लाईपास्ट का समापन राफेल विमान की उड़ान के साथ होगा। परेड में फ्लाईपास्ट का समापन वर्टिकल चार्ली फर्मेशन में उड़ान से होगा।वायुसेना में विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने सोमवार बताया कि श्वर्टिकल चार्लीश् फर्मेशन के तहत विमान निचले अक्षांशों से ऊपर की ओर उड़ान भरते हैं और कलाबाजी करते हुए ऊपरी अक्षांशों को टू लेते हैं। इस फ्लाईपास्ट में एक राफेल उड़ान भरेगा।
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में वायुसेना के कुल 38 विमान शामिल होंगे और चार विमान भारतीय थल सेना के होंगे।बता दें कि पिछले साल फ्रांस से आठ राफेल जेट विमान भारत आए हैं। भारत ने फ्रांस से ऐसे 36 राफेल खरीदने का सौदा करीब 59000 करोड़ में किया है। अगले दो साल के भीतर 36 राफेल वायुसेना में शामिल हो जाएंगे। इन विमानों के शामिल होने से वायुसेना की ताकत में काफी इजाफा होगा।
खासकर जिस तरह लद्दाख में चीन के सथ तनातनी चल रही है उसमें भारत को हवाई ताकत में बढ़त मिलेगी। इस लड़ाकू विमान में मेटयोर, स्कल्प, माइका जैसे मिसाइल के लगने से यह विमान काफी खतरनाक हो जाता है जो हवा से हवा और हवा से जमीन पर दुश्मनों को मार गिरा सकता है। यही नहीं, यह विमान एक साथ कई मिशन को अंजाम दे सकता है।
सूत्रों के अनुसार इस साल अटारी बार्डर पर भारत और पाकिस्तान की कोई साझा या संयोजित परेड नहीं होगी। इससे पहले दोनों देश गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपनी सीमाओं के दोनों ओर एक साथ परेड किया करते थे। कोविड-19 के प्रतिबंधों के चलते इस साल अटारी पर जनता को एकत्र होने की अनुमति नहीं दी गई है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोई संयुक्त परेड नहीं होगी। विगत वर्ष सात मार्च से अटारी सीमा पर लोगों के एकत्र होने की मनाही है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से पाकिस्तान ने अपनी आवाम को बुलाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के साथ जारी तनावपूर्ण संबंधों के चलते भारत ने विभिन्न अवसरों पर उन्हें मिठाई खिलाना भी बंद कर दिया है। बीएसएफ के सूत्रों ने दावा किया कि इसी हफ्ते गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर दोनों देशों के बीच बैठक होनी है।