कोटद्वार-पौड़ी

अतिक्रमण पर गरजी निगम की जेसीबी, व्यापारियों ने किया विरोध

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न्यायालय के आदेश पर शहर से अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरू
पहले दिन बदरीनाथ मार्ग, झंडाचौक व नजीबाबाद रोड से हटाया अतिक्रमण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: उच्च न्यायालय के निर्देश पर नगर निगम ने कोटद्वार शहर का अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। गुरुवार को बदरीनाथ मार्ग, झंडाचौक, नजीबाबाद रोड से अवैध अतिक्रमण हटाया गया। जेसीबी से तोड़े जा रहे अतिक्रमण का कई व्यापारियों ने विरोध भी किया। लेकिन, अधिकारियों की सख्ती के आगे उनकी एक न चल सकी। शहर में भारी पुलिस फोर्स के साथ दोपहर करीब एक बजे तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलता रहा। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग को भारी वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद रखा गया।
18 नवंबर 2020 को उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ही नगर निगम की नजूल भूमि से अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए थे। न्यायालय के आदेश पर निगम ने नजीबाबाद चौक से मालवीय उद्यान तक 137 अतिक्रमण चिन्हित कर दिसंबर 2020 में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। कार्रवाई के विरोध में कुछ भवन स्वामी उच्चतम न्यायालय पहुंचे। व्यापारियों का तर्क था कि उच्च न्यायालय ने भवन स्वामियों का पक्ष सुने बिना निर्णय दे दिया है। उच्च न्यायालय ने उच्च न्यायालय को दूसरा पक्ष सुनने के निर्देश दिए व उच्च न्यायालय ने नगर निगम को भवन स्वामियों का पक्ष सुनने को कहा। न्यायालय के निर्देश पर नगर निगम ने 79 भवन स्वामियों को सुना, जिसमें से 43 भवन स्वामी अतिक्रमण की जद में आए, जिन्हें निगम ने नोटिस जारी कर दिया। इसके उपरांत कुछ व्यापारी दोबारा उच्च न्यायालय पहुंचे। लेकिन, न्यायालय ने उनकी याचिका खारिज कर दी। याचिका खारिज होने के बाद नगर निगम ने जिलाधिकारी को पत्र भेज अतिक्रमण हटाने के लिए मजिस्ट्रट तैनात करने का आग्रह किया। जिसके बाद जिलाधिकारी डॉ.विजय कुमार जोगदंडे ने कोटद्वार व लैंसडौन उपजिलाधिकारी को बतौर मजिस्ट्रट तैनात कर दिया था। इसी के तहत गुरुवार सुबह करीब सात बजे नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी व उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में टीम अतिक्रमण हटाने के लिए शहर में उतरी। अतिक्रमण हटाने की शुरूआत सबसे पहले बदरीनाथ मार्ग से की गई। जैसे ही जेसीबी अतिक्रमण को धवस्त करने लगी व्यापारी मौके पर पहुंचकर इसका विरोध करने लगे। व्यापारियों का कहना था कि वह स्वयं ही अपने अतिक्रमणा को हटा रहे हैं। ऐसे में जेसीबी से भवन को काफी नुकसान होगा। लेकिन, अधिकारियों के समक्ष व्यापारियों की एक न चली। दोपहर करीब एक बजे तक भारी पुलिस फोर्स के साथ नगर निगम ने बदरीनाथ मार्ग, झंडाचौक व नजीबाबाद रोड में अतिक्रमण की जद में आए भवनों का हिस्सा ध्वस्त किया। वही, कुछ व्यापारियों का कहना था कि वह पूर्व में ही अपना अतिक्रमण हटा चुके हैं। बावजूद इसके नगर निगम ने जेसीबी से भवन को नुकसान पहुंचा दिया है। उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि व्यापारियों को स्वयं ही अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार मुनादी करवाई जा रही थी। इसके बाद भी कई व्यापारियों ने अपना अतिक्रमण नहीं हटाया। कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ निगम व प्रशासन की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

बेपटरी रही यातायात व्यवस्था
शहर में अतिक्रमण हटाने के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग को बैरिकेडिंग लगाकर पूरी तरह बंद किया गया था। नजीबाबाद की ओर से पहाड़ जाने वाले वाहनों को गोखले मार्ग, पुराना सिद्धबली मार्ग से होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर रवाना किया जा रहा था। वहीं, पहाड़ से आने वाले वाहनों को टाटा के समीप से पटेल मार्ग की ओर भेजा जा रहा था। इस दौरान शहर के कई मार्गों पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही।

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