अल्मोड़ा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने शुक्रवार को अल्मोड़ा में पत्रकार वार्ता कर गैरसैण को स्थाई राजधानी न बनाने और बजट सत्र में गैरसैंण की अवहेलना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बजट सत्र से पूर्व राज्यपाल के अभिभाषण में पर्वतीय क्षेत्र की उपेक्षा की गई, जो कि निराशाजनक है। कुंजवाल ने कहा, राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्र की जो उपेक्षा की जा रही है, वह चिंताजनक है। सरकार ने पलायन आयोग का गठन किया है, फिर भी पलायन पर कोई रोक नहीं लग पाई है। उत्तराखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य ये दोनों ही प्रमुख मुद्दे हैं, जिनकी स्थिति अत्यंत खराब है, जिससे पलायन बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पलायन के कारण गांवों में खेती नहीं हो रही है और खेत बंजर हो गए हैं। इससे बरसात का पानी जमीन में नहीं जा रहा है और जल स्रोत सूख रहे हैं। कुंजवाल ने यह भी कहा कि सरकार ने ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में गैरसैंण को घोषित किया था और कहा था कि यहाँ चार महीने तक ग्रीष्मकालीन सत्र चलेगा। लेकिन ना ही गैरसैण में ग्रीष्मकालीन सत्र चला और साथ ही बजट सत्र जैसे महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन देहरादून में करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां प्रेस वार्ता में कांग्रेस जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष राधा बिष्ट, महानगर अध्यक्ष ताराचंद जोशी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक कुमार, जिला प्रवक्ता निर्मल रावत आदि उपस्थित रहे।