गौरी स्वयं सहायता समूह ओजली राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित
व्यावसायिक उन्नति से होगा क्षेत्र का विकास
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को आत्म निर्भर नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम के तहत वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के समस्त जनपदों के महिला स्वयं सहायता समूह से संवाद की। वहीं मुख्यमंत्री ने देहरादून में भारत सरकार की राष्ट्रीय पुरस्कार से चयनित जनपद गढ़वाल के गौरी स्वयं सहायता समूह ओजली को एलईडी बल्ब बनाने की उत्कृष्ट कार्य पर 1 लाख धनराशि का चैक तथा स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया।
जनपद से विकास भवन सभागार पौड़ी से जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे एवं समस्त विकासखण्डों से पहुंचे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया। जबकि जनपद के चंद्रबदनी स्वयं सहायता समूह की महिला से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बातचीत कर समूह में हो रहे कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा उत्पादों को बढ़ावा दे, जिससे बेहतर आमदनी बढ़ सकेगी। विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी ने विष्णु स्वयं सहायता समूह ग्राम सभा नकोट को 2 लाख धनराशि, नागराजा स्वयं सहायता समूह वजली, विशाल स्वयं सहायता समूह भिताई मल्ली, विकास स्वयं सहायता समूह बुढ़ाकोट, जय धारी स्वयं सहायता समूह सिरौली, विष्णु भगवान स्वयं सहायता समूह बिचली ढाँढरी खरकोटा को 1-1 लाख धनराशि के चेक, चंद्रबदनी स्वयं सहायता समूह मासौं तल्ला को 88 हजार धनराशि के चेक तथा जय भैरवनाथ स्वयं सहायता समूह जय खोली रेवड़ी को 50 हजार धनराशि के चेक वितरित किये। जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने कहा कि आगे भी इसी तरह कार्य करते रहेगे। जब आर्थिक विकास किया जाता है तब उसमें पुरुष का उतना योगदान नहीं रहता जितना महिलाओं का है। जितना महिला सक्षम हो सकती है उतना उनका परिवार सक्षम हो जाता है। महिलाओं के कार्य करने से स्वयं सहायता समूह या बडे स्तर पर कार्य करने से क्षेत्र में स्वरोजगार के प्रति जागरूकता तथा क्षेत्र का विकास होता है। पलायन की भी चिंता कम होता है। आने वाले जनरेशन भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित होगा। आपने जो बीज बोया है उसे आगे बढ़ाये किसी भी दशा में अपना काम को रूकने न दे। किसी भी तरह की परेशानी आने पर विभागीय अधिकारी से संपर्क करें वे आपके मद्द के लिए सहयोग करेगा। उन्होने कहा कि अन्य के लिए प्रेरणा बने इस तरह से कार्य को गति दे। उन्होंने कहा कि अपने समूह को उद्योग की ओर बढाये ताकि आर्थिक विकास को और अधिक गति मिल सकें। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से कहा कि मशीनों का अधिक उपयोग करें, जिससे व्यापार अधिक बढ़ सकेगा। दोना-पत्तल के साथ-साथ छोटे बॉक्स भी बनाये। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक उन्नति से क्षेत्र का विकास होता है, जिससे पलायन भी थमेगा। स्वयं सहायता समूहों द्वारा किये जा रहे कार्य की भी दशा में रुकने नहीं चाहिए।
स्वयं सहायता समूह की महिला बबीता देवी ने मुख्यमंत्री से संवाद के माध्यम से अवगत कराया कि उनके समूह द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद को अभी 5 विकास खंडों में भेजा जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह अपने स्तर पर उनकी सहायता करें ताकि वह स्वयं द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों को जनपद पौड़ी के 15 विकास खंडों तक पहुंचा सकेंगे। जिससे स्वयं सहायता समूह अपने साथ अन्य महिलाओं को भी जोड़ सकेंगे तथा उन्हें रोजगार मुहैया करवा सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में समूह बहुत छोटी मशीनों का प्रयोग कर रहे हैं। समूह को बड़ी मशीन मुहैया करवाया जाए ताकि अधिक से अधिक उत्पादन हो सके। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख पौड़ी दीपक खुगशाल, पीडी संजीव कुमार रॉय, खण्ड विकास अधिकारी प्रवीण भट्ट, धनंजय प्रसाद, स्वयं सहायता समूहों से रश्मि बहुगुणा, संगीता देवी, मंजू नेगी, गीता रावत, बबिता नेगी, पार्वती देवी, सावित्री देवी, दिव्या देवी, सरिता देवी, सोनिया देवी सहित अन्य उपस्थित थे।