उत्तराखंड

आनुवांशिकता को प्रभावित करते हैं जीन

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चम्पावत। जीन आनुवांशिकता को प्रभावित करते हैं। ये बात प्रो.एसएस जीना ने साइंस आउटरीच कार्यशाला में कही। कार्यशाला में उन्होंने जीन की अवधारणा की जानकारी दी।चम्पावत में सोमवार को सीएनराव फाउंडेशन की ओर से आयोजित साइंस आउटरीच कार्यशाला का समापन हुआ। समापन पर विशेषज्ञों ने छात्र छात्राओं को जानकारी दी। डॉ.जयश्री सनवाल भट्ट ने हिमालय की संरचना और भूकंप के बारे में बताया। उन्होंने भूकंप के कारण, इससे होने वाले नुकसान और बचाव की जानकारी दी। प्रो.बीडी लखचौरा ने विभिन्न जीवों के मध्य समानता और विविधता के बारे में बताया। प्रो.ईश्वरमूर्थी ने आवर्त सारणी के छिपे इतिहास की जानकारी दी। प्रो.प्रताप विश्नोई ने रसायन विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों का प्रदर्शन किया। प्रो.राजीव कापड़ी ने छात्र छात्राओं को विज्ञान में कॅरियर बनाने की जानकारी दी। हिमालयन ग्राम विकास समिति के राजेंद्र बिष्ट ने बताया कि दो दिनी कार्यशाला में 17 स्कूलों के 103 छात्र छात्राओं और 25 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागी छात्र छात्राओं ने कार्यशाला को लेकर फीड बैक दिया। कार्यक्रम में जिला विज्ञान सह समंवयक नवीन पंत, मनोज जोशी, राजेंद्र गड़कोटी, डॉ.एमपी जोशी, प्रदीप जोशी, नीरज पांडेय ने सहयोग दिया।

 

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