जयन्त प्रतिनिधि।
कल्जीखाल : विकासखंड कल्जीखाल क्षेत्र के अंतर्गत घंडियाल बाजार मंगलवार को पूर्णतया बंद रखा गया। बीती सोमवार तड़के बाजार के प्रतिष्ठित युवा व्यापारी प्राणराज सिंह चौहान का देहरादून में इंद्रेश अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। वह एक माह से पीलिया रोग से ग्रस्त थे उनके आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। वह एक निर्मल ह्रदय, मिर्दुल स्वभाव, मिलनसार व्यक्ति थे। उनके अचानक चले जाना क्षेत्र के लिए अपूर्णीय क्षति है।
वह मूल रूप से डांगी गांव के रहने वाले थे। प्राणराज चौहान चार भाई थे, वह सबसे छोटे भाई है। सबसे बड़े भाई अनिल चौहान का स्वर्गवास हो चुका है, जबकि दो बड़े भाई रघुराज सिंह चौहान और देवराज सिंह चौहान शिक्षक है। प्राणराज घंडियाल बाजार में अपनी पुस्तैनी दुकान चलाते थे वह तीसरी पीढ़ी के रूप में घंडियाल बाजार में युवा व्यवसाई के तौर पर जाने जाते थे। वह एक फोन पर गांव-गांव में खाद्यान्न सामग्री भेज देते थे। उनकी क्षेत्र में बहुत पहचान थी, क्योंकि पहले उनके दादा स्वर्गीय उमराव सिंह चौहान कभी घड़ियाल बाजार के बहुती प्रसिद्ध स्वर्ण कारीगर हुआ करते थे। स्वर्ण कारीगरी कार्य छोड़कर उन्होंने सस्ते गले और परचून की दुकान खोल दी उसके बाद उनके पिताजी स्वर्गीय जयकृत सिंह चौहान ने पैतृक दुकान संभाली जो साथ-साथ ग्राम पंचायत डांगी के प्रधान भी रहे। वर्तमान में तीसरी पीढ़ी के रूप में प्राणराज चौहान पैतृक दुकान को चलाते थे। उनकी कुशल व्यवहारिकता के कारण विगत पांच साल पहले उनकी माता श्रीमती सरस्वती देवी चौहान निर्विरोध ग्राम प्रधान रही है। वह अपने पीछे एक पुत्री, एक पुत्र और पत्नी को छोड़कर अल्प आयु में संसार से विदा हो गए। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है। उनके निधन पर मंगलवार को घंडियाल बाजार पूर्णतया बंद रखा गया तथा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। शोक व्यक्त करने वालों में समाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी, व्यापार संघ अध्यक्ष संजय रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती अंजू रावत, ग्राम पंचायत प्रधान घड़ियाल श्रीमती अनीता देवी, पूर्व प्रधान दलजीत सिंह रावत, पूर्व प्रधान डांगी भगवान सिंह चौहान, राजेश पटवाल, नीतू लिंगवाल, युवा संगठन समिति के अध्यक्ष अजय मोहन नेगी, ग्राम पंचायत प्रधान थापला राकेश कुमार, गिरीश रावत, संतोष रावत आदि मौजूद थे।