जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जिला मुख्यालय में संविधान दिवस पर अधिकारियों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं ने संविधान की शपथ ली। बुधवार को आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम में डीएम स्वाति भदौरिया ने संविधान की महत्ता और उसकी मूल भावना की विस्तार से जानकारी प्रदान की। कहा कि भारतीय संविधान केवल शासन व्यवस्था का आधार नहीं, बल्कि भारत की विविधता, एकता, समानता और न्याय के प्रति हमारी सामूहिक आस्था का प्रतीक है।
डीएम ने कहा कि संविधान में निहित मूल कर्तव्यों का पालन करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी कर्मचारियों को अपने दैनिक कार्य में नैतिक मूल्यों, संवेदनशीलता और जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का संदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का भी पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से पालन करें, ताकि शासन की सभी योजनाएं और सेवाएं पारदर्शी, समयबद्ध और जनहितकारी रूप में जनता तक पहुंच सकें। ब्लॉक प्रमुख पौड़ी अस्मिता नेगी व मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी नागेंद्र बत्र्वाल ने पीएमश्री जीजीआइसी पौड़ी में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के सामूहिक गायन से हुआ। इसके पश्चात छात्र-छात्राओं को संविधान के महत्व, उसकी प्रस्तावना, मौलिक अधिकारों एवं मौलिक कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। ब्लॉक प्रमुख अस्मिता नेगी ने छात्रों व शिक्षकों को संविधान की शपथ दिलाई। इस दौरान सभी ने संविधान के प्रति निष्ठा रखते हुए अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करने तथा देश की एकता, अखंडता और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने का संकल्प लिया। मुख्य शिक्षा अधिकारी बत्र्वाल ने बताया कि देश में प्रत्येक वर्ष 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया जाता है। इसी दिन वर्ष 1949 में भारतीय संविधान को अंगीकृत किया गया था तथा 26 जनवरी 1950 से इसे देश में लागू किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को संविधान की मर्यादा एवं लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। इस अवसर पर एडीएम अनिल गब्र्याल, तहसीलदार पौड़ी दीवान सिंह राणा, प्रभारी प्रधानाचार्य संगीता वाल्मीकि, शिक्षिका ममता काला, आरती शाह, कुसुम बड़थ्वाल आदि मौजूद रहे।