ग्लेशियर टूटने और टैम फटने की खबर से मची अफरा-तफरी
रुद्रप्रयाग। तपोवन चमोली क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से धौली गंगा पर बने डैम के ध्वस्त होने से आई बाढ़ के चलते रुद्रप्रयाग में भी अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हुआ और कुछ ही देर में पुलिस, राजस्व, आपदा प्रबंधन की टीम लोगों को अलर्ट करती रही। साथ ही नगर को हाई अलर्ट कर दिया गया। तपोवन में जैसे ही ग्लेशियर टूटने की घटना से बाढ़ और नदी के ऊफान पर आने की खबर आई तो इसके 12 मिनट में रुद्रप्रयाग आपदा प्रबंधन को घटना की सूचना मिली। इसके बाद ठीक 11 बजे जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के नेतृत्व में डीडीआरएफ की टीम नदी किनारे लोगों को सतर्क करने पहुंची। जबकि स्वयं पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल नदी किनारे के क्षेत्रों का मौका मुयाअना करने पहुंचे। सीओ जीएल कोहली, कोतवाली केएस कुंवर ने वाहनों में एनाउंसमेंट के द्वारा लोगों को तपोवन की घटना की जानकारी दी और सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा। खबर नगर में आग की तरह फैली और लोग नदी किनारों के पास जमा होने लगे। नदी का जल स्तर देखने के लिए पेट्रोल पंप रुद्रप्रयाग, बेलनी, रुद्रा बैंड, संगम आदि स्थानों पर लोग जमा हुए। इधर जिलाधिकारी मनुज गोयल पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखे हुए थे। उनके निर्देशों पर अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, एसडीएम सदर बृजेश तिवारी और तहसीलदार श्रेष्ठ गुनसोला रुद्रप्रयाग नगर के साथ ही घोलतीर और जिले की सीमा में नदी किनारों का दोपहर तक निरीक्षण और निगरानी करते हुए लोगों को सतर्क करते रहे।