जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड के वाहन स्वामियों ने वाहन संचालन न करने का निर्णय लिया है। साथ ही वाहनों के दस्तावेज संबंधित संभागीय परिवहन कार्यालय में जमा करना चाहते है। जीएमओयू के इस निर्णय से पहाड़ की ओर जाने वाले यात्रियों की दिक्कतें बढ़ सकती है।
यूनियन के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को भेजे ज्ञापन में कहा कि कोरोना महामारी के कारण कंपनी के वाहन मार्च 2020 से संचालित नहीं हो रहे है। जिससे वाहन स्वामियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वर्तमान में शासन द्वारा पचास प्रतिशत सवारियों को लाने व ले जाने की अनुमति दी गई है, जो कि पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हए नितान्त अव्यवहारिक है। इससे वाहनों की डीजल खर्जा भी वसूल नहीं होगा। साथ ही बीमा, टैक्स, टायर, मोटर पार्टस व अन्य खर्चों की भरपाई भी नहीं हो पायेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में कंपनी की ओर से सरकार से एक वर्ष का टैक्स माफ करने की मांग की गई थी, लेकिन सरकार ने मात्र तीन माह का ही टैक्स माफ किया है जो कि न्याय संगत नहीं है। क्योंकि सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाकर वाहनों को खड़ा कराया गया है। इसमें वाहन स्वामियों का कोई दोष नहीं है। यदि समय रहते हुए वाहनों के कागजात परिवहन कार्यालय में जमा हो जाते तो टैक्स माफ करने का मामला ही नहीं बनता।