जीएमओयू प्रबंधन पर लगाया वाहन स्वामी, चालक व परिचालकों के उत्पीड़न का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति व जीएमओयू प्रबंधन के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। समिति ने प्रबंधन पर पूर्व में हुए समझौते को तोड़ने का आरोप लगाते हुए दोबारा धरना शुरू कर दिया। कहा कि यदि प्रबंधन इसी तरह की मनमानी करता रहा तो वह चक्काजाम को मजबूर होंगे।
शनिवार को जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष सत्यानंद भट्ट के नेतृत्व में वाहन स्वामियों ने मुख्यालय में धरना दिया। कहा कि कुछ लोगों ने निजी स्वार्थ के लिए कंपनी को बर्बाद कर दिया है। बीती 13 सितंबर को उपजिलाधिकारी की मौजूदगी में वाहन स्वामियों व कंपनी प्रबंधन के मध्य समझौता हुआ। समझौते में तय किया गया कि कंपनी की वार्षिक साधारण बैठक एक माह पश्चात सदस्यता बहाल करने के बाद प्रशासक की देखरेख में की जाएगी। प्रशासन वाहन स्वामियों की ओर से लगाए गए अन्य आरोपों की भी जांच करेगा। लेकिन, प्रबंधन ने समझौते का उल्लंघन करते हुए 30 सितंबर को एजीएम बुला दी है। कहा कि कुछ लोग कंपनी को एसोसिएट बनाने की साजिश रच रहे हैं। वाहन स्वामियों ने चेतावनी दी कि प्रबंधन के मनमाने रवैए के खिलाफ वाहन स्वामी रविवार से पुन: चक्काजाम करेंगे। इस मौके पर महावीर सिंह, मातवर सिंह, राम सिंह असवाल, सुखदेव सिंह, नवीन सुंडली, हनुमंत सिंह, संजय बड़थ्वाल, बलराम सिंह, केशर सिंह नेगी मौजूद रहे।