जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र चौहान ने राज्य सरकार के कर्मचारियों एवं सेवानिवृत्त कार्मिकों के गोल्डन कार्ड बनाने की सुस्त प्रक्रिया पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।
धीरेन्द्र चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य कर्मचारियों को उपलब्ध यू हेल्थ कार्ड को मार्च 2020 में समाप्त कर दिया है। इसके स्थान पर एसजीएचएस के अन्तर्गत लागू होने वाला आयुष्मान गोल्डन कार्ड अभी तक क्रियान्वित नहीं हो पाया है। जबकि आयुष्मान गोल्डन कार्ड एक अधिक लाभकारी योजना है। इस योजना के लागू न हो पाने की स्थिति में समस्त राजकीय कर्मचारी एवं पेंशनर तथा उनके आश्रित वर्तमान में किसी भी स्वास्थ्य बीमा योजना से आच्छादित नहीं है। उन्होंने एसजीएचएस के अंतर्गत बनने वाले आयुष्मान गोल्ड कार्ड की योजना को मुख्यमंत्री की एक दूरदर्शी योजना बताते हुए कहा कि इसके लागू होने से लाखों कर्मचारियों/पेंशनरों एवं उनके आश्रितों को लाभ मिलेगा, लेकिन अधिकारी इस महत्वपूर्ण योजना को अमल में लाने में लापरवाही बरत रहे है। उन्होंने कहा कि बहुत ही धीमी गति से गोल्डन कार्ड बनाये जा रहे है। जिस कारण राज्य सरकार के कर्मचारियों एवं सेवानिवृत्त कार्मिकों के गोल्डन कार्ड समय से नहीं बन पा रहे है और वह योजना के लाभ से वंचित है। श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा एनपीएस के स्थान पर ओपीएस लागू करने की संस्तुति केन्द्र सरकार को भेजे जाने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सीएम का यह निर्णय दूरगामी सिद्ध होगा। सीएम के निर्णय से नई पेंशन योजना के अंतर्गत आने वाले कार्मिकों में उत्साह का संचार हुआ है। उन्होेंने आयुष्मान गोल्डन कार्ड के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है।