स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा सम्पन्न
श्रीनगर गढ़वाल : गढ़वाल विश्वविद्यालय और कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्ष पर श्रीनगर से शुरू हुई स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा नैनीताल से मैती संस्था के संस्थापक पद्मश्री डॉ. कल्याण सिंह रावत के नेतृत्व में वापस श्रीनगर पहुंची। इस अवसर पर जलवायु परिवर्तन व पर्यावरणीय मुद्दे विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
गुरुवार को गढ़वाल विवि के चौरास परिसर में स्थित पर्यावरण विज्ञान विभाग में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री डा. कल्याण सिंह रावत, पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राकेश कुमार मैखुरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर नैनी झील से लाया गया पानी अलकनंदा नदी में प्रवाहित किया गया। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से भेंट किया गया रुद्राक्ष के पौध का रोपण किया गया। मैती संस्था और यूकॉस्ट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत की ओर से मोटे अनाज से बने केलऊ को गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल को भेंट किया गया।इस अवसर कुमाऊं विवि की ओर से भेंट किये गये 50 वृक्षों को हैप्रेक संस्थान के चित्रा गार्डन में रोपण किया गया। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पद्मश्री डा. कल्याण सिंह रावत ने कहा कि यह एक संयोग है कि गढ़वाल विवि, कुमाऊं विवि और चिपको आंदोलन की स्वर्ण जंयती के अवसर पर यह संदेश यात्रा निकाली गयी है। इस मौके पर प्रो. आरके मैखुरी ने मैती संस्था द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में किये गये कार्यों को सराहनीय बताया। मंच का संचालन कार्यक्रम के समन्वयक एवं हैप्रेक के निदेशक डा. विजय कांत पुरोहित ने किया। इस मौके पर कार्यक्रम की संयोजिका डा. बबीता पाटनी, वानिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आर.सी. सुंदरियाल, विवि के सैर सलीका प्रकोष्ठ के डा. सर्वेश उनियाल, डा. विजयलक्ष्मी, डा. विधु गुप्ता, डा. वैशाली चंदोला, डा राजकमल टम्टा, डा. चण्डी प्रसाद, डा रविंद्र सिंह, डा गिरीश भट्ट, यूकॉस्ट से संतोष रावत, अर्चित पाण्डेय, पारस उपाध्याय सहित पर्यावरण विज्ञान विभाग के शोधार्थी व छात्र-छात्राएं आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)
मनोज को मिला वंसुधरा अमृत सम्मान
श्रीनगर गढ़वाल : पर्यावरण के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने वाले मैती संस्था के समन्वयक मनोज सती को वंसुधरा अमृत सम्मान से सम्मानित किया गया। इस मौके पर पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आरके मैखुरी और स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा की संयोजिका डा. बबीता पाटनी ने उन्हें शॉल और स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया।