गोल्डन कार्ड की खामियों से कर्मचारियों को नहीं मिल रहा इलाज
बागेश्वर। उत्तरांचल फेडरेशन आफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने कहा कि गोल्डन कार्ड से कर्मचारियों को लाभ नहीं मिल रहा है व आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने मांग न माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनिल जोशी और महामंत्री संतोष जोशी ने जिलाधिकारी के माध्यम से 11 सूत्रीय ज्ञापन मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इसमें उन्होंने मिनिस्टीरियल संवर्ग को पूर्व से मिल रही एसीपी व एफएसीपी के लाभ को बंद करने व दिए लाभ की वसूली के आदेश को निरस्त करने, कनिष्ठ सहायक पद पर शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट के स्थान पर स्नातक व कम्प्यूटर आवश्यक करने की मांग की। इसक अलावा अक्तूबर 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पेंशन लाभ देने, स्थानांतरण अधिनियम में विसंगतियां दूर करने की मांग की। कर्मचारियों ने कहा कि गोल्डन कार्ड से कर्मचारियों को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने योजना की कमियां दूर करने व योजना को आयुष्मान कार्ड से अलग करते हुए स्टेट गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के नाम से जारी करने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने सचिवालय व अन्य संवर्ग की भांति मिनिस्टीरियल संवर्ग को वाहन भत्ता अनुमन्य किए जाने आदिमांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे।