गोपालगंज, । उत्तर प्रदेश की सीमा के बाद पूर्वी बिहार में प्रवेश करते ही गोपालगंज में पहले से एक बड़ा विद्युत आपूर्ति ग्रीड संचालित है जिसे और अधिक क्षमतावान और आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इसके तहत ग्रिड को विद्युत आपूर्ति के लिए छपरा से गोपालगंज के लिए दुसरी नई लाइन का निर्माण किया जायेगा। गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकासवादी नीतियों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के सहयोग से गोपालगंज विकास के पथ पर अग्रसर है। गोपालगंज की जनता को सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है और गोपालगंज का चहुंमुखी विकास हो रहा है। विकास में बिजली की महती भूमिका है। इससे न केवल जनमानस का जीवन बेहतर होता है बल्कि उद्योग-धंधो के साथ-साथ कृषि का भी विकास होता है। सांसद डॉ सुमन ने आगे कहा कि वर्तमान में गोपालगंज के ग्रिड में एक ही दिशा से विद्युत आपूर्ति हो रही है जिसके कारण विद्युत आपूर्ति में तकनीकी त्रुटि आने पर आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो जाती है। प्रस्तावित लाइन के निर्माण के बाद ग्रिड को दो दिशाओं से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो पायेगी। यदि एक दिशा में कोई तकनीकी त्रुटि भी आती है तो रोटेशन होकर आपूर्ति दुसरी दिशा से होने लगेगा और विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं होगी। गोपालगंज ग्रिड को मुजफरपुर-गोपालगंज लाइन से बिजली की आपूर्ति मिलती है। आपात स्थिति में महज एक आपूर्ति लाइन से बिजली बहाल रखने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अब जब छपरा-गोपालगंज दूसरी लाइन तैयार हो जाएगी, तो आपातकाल में भी जिले की बिजली की निर्बाध आपूर्ति पर असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गोपालगंज की जनता को बिजली की समस्या से दूर करने के लिए गोपालगंज ग्रिड का छपरा से बिजली देने के लिए नए लाइन बनवाई जायेगी। इसके तहत लगभग 130 करोड़ की लागत की एक नई लाइन छपरा से बनाई जाएगी जिससे भविष्य में गोपालगंज ग्रिड की एक लाइन पर निर्भरता खत्म हो जाएगा। इससे जब किसी तकनीकी कारण से लाइन बंद होगी तो दूसरी लाइन से बिजली आपूर्ति होती रहेंगी।
सांसद डॉ सुमन ने बताया कि इस परियोजना को पूरा करने के लिए इसके साथ एक और योजना को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि गोपालगंज ग्रिड की संरचना ऐसी थी कि उसमें दुसरी लाइन की कनेक्टिविटी की कोई व्यवस्था नहीं थी। इसे दूर करने के लिए लगभग 37 करोड़ की लागत से 220/132/33 केवी जीएसएस में 220 केवी जीआईएस बेज़ का निर्माण किया जायेगा। इससे गोपालगंज की विद्युत आपूर्ति में गुणात्मक सुधार होगा और ग्रिड से जनता को गुणवत्तापूर्ण निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी।
00