श्री कृष्ण व रुकमणी विवाह की कथा का करवाया श्रवण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दुगड्डा ब्लाक के सैलानी गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन वेदाचार्य पंडित देवी प्रसाद भट्ट ने श्रीकृष्ण और रुकमणी विवाह की कथा का श्रवण करवाया।
उन्होंने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है, कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। मथुरा गमन प्रसंग में भगवान को लेने आए। जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा जाने लगे समस्त ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण के रथ के आगे खड़ी हो गईं। कहने लगी हे कन्हैया जब आपको हमें छोड़कर ही जाना था तो हम से प्रेम क्यों किया। उन्होंने गोपी उद्धव संवाद, श्री कृष्ण एवं रुकमणी विवाह उत्सव के प्रसंग सुनाते हुए कहा कि श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करने से पापों का नाश होता है। श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण को सभी देवों और स्वयं भगवान के रूप में दर्शाया गया है। भागवत कथा का श्रवण करके ही राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। कथा के अंत में प्रसाद वितरण के साथ सामूहिक आरती की गई। इस मौके पर आचार्य कृष्णा गोदियाल, महेश जुयाल, मनीष जोशी, विनोद देवरानी, धीरज बुड़ाकोटी और रोहन बुड़ाकोटी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।