नई दिल्ली , भारत और चीन के बीच सुधरते रिश्तों के बीच क्या देश में लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (ञ्जद्बद्मञ्जशद्म) की भी वापसी होगी? पिछले कुछ हफ्तों से चल रही इन अटकलों पर अब केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पूरी तरह से विराम लगा दिया है। उन्होंने दो टूक शब्दों में साफ किया है कि सरकार की टिकटॉक पर से प्रतिबंध हटाने की कोई योजना नहीं है।
एक निजी मीडिया हाउस ‘मनी कंट्रोलÓ को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री ने इन अफवाहों पर सरकार का पक्ष आधिकारिक तौर पर स्पष्ट किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या टिकटॉक की वापसी को लेकर सरकार में कोई विचार-विमर्श चल रहा है, तो उन्होंने कहा, इस मुद्दे पर सरकार के भीतर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। इतना ही नहीं, टिकटॉक की मूल कंपनी ‘बाइटडांसÓ (क्च4ह्लद्गष्ठड्डठ्ठष्द्ग) की ओर से भारत में वापसी के किसी भी प्रयास पर उन्होंने कहा, हमें अभी तक किसी भी ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
दरअसल, टिकटॉक की वापसी की अटकलें यूं ही शुरू नहीं हुई थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया चीन यात्रा और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आई गर्मजोशी को एक बड़े कारण के तौर पर देखा जा रहा था। इसी बीच, पिछले महीने भारत में एक तकनीकी गड़बड़ी (ग्लिच) के कारण टिकटॉक की वेबसाइट कुछ समय के लिए खुल गई थी। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों ने जोर पकड़ लिया कि सरकार चुपके से ऐप को वापस लाने की तैयारी कर रही है।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने जून 2020 में चीन के साथ सीमा पर बढ़े तनाव के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार का आरोप था कि ये ऐप्स भारतीय यूजर्स का डेटा चीन भेज रहे हैं जो देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। बाद में जनवरी 2021 में इस प्रतिबंध को स्थायी कर दिया गया। प्रतिबंध के समय भारत, टिकटॉक का सबसे बड़ा बाजार था और यहां इसके करीब 20 करोड़ यूजर्स थे।