सरकार ने देवस्थानम शब्द गढ़ कर भगवान का अपमान किया है
चमोली। देवस्थानम बोर्ड के विरोध को लेकर आक्रोश थम नहीं रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इस मसले को लेकर भले ही एक कमेटी बना कर समाधान की बात कही है। पर तीर्थ पुरोहितों को देवस्थानम बोर्ड शब्द से ही नाराजगी है। तीर्थपुरोहितों ने कहा बदरीनाथ में भगवान हैं। मंदिर शब्द भगवान से जुड़ा है। पर सरकार ने बदरी केदार मंदिर शब्द ही मिटा कर देवस्थानम शब्द रख दिया। देव देवता कभी भगवान का स्थान नहीं ले सकते। सरकार ने देवस्थानम शब्द गढ़ कर भगवान का अपमान किया है। तीर्थ पुरोहित गुणानंद कोठियाल ने कहा सरकार ने देवस्थानम शब्द गढ़ कर भगवान का अपमान किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र देवस्थानम बोर्ड को समाप्त नहीं किया जाता है तो बदरीनाथ मंदिर के अंदर आत्मदाह करेंगे। उन्होने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मन की बात करते हैं। पर आत्मा की बात नहीं कहते। आत्मा की आवाज है कि सरकार ने देवस्थानम बोर्ड बनाकर भगवान का अपमान किया है। बता दें देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर हक हकूकधारियों, तीर्थ पुरोहितों द्वारा काफी लंबे समय से आंदोलन किया जा रहा है। बदरीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित गुणानंद कोठियाल ने कहा कि आखिर क्यों सरकार ने बदरी केदार मंदिर समिति के नाम को हटा कर देवस्थानम बोर्ड रखा । क्या इन्हे ये भी नहीं पता सबसे उच्च स्थान भगवान का होता है फिर उसके बाद देव होते है। कहा सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द बोर्ड को समाप्त कर दे अन्यथा धाम में कई तीर्थ पुरोहित मंदिर के भीतर अपना आत्मदाह करने को तैयार हैं।