सरकार लगातार इलाज के लिए संसाधन बढाने में लगी हुयी है: स्वास्थ्य सचिव
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बाद प्रदेश सरकार इसकी रोकथाम के लिए लगातार प्रयास कर रही है। रविवार को सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में साझा प्रेस कॉफ़्रेंस को सम्बोधित करते हुए बताया कि एक अप्रैल 2020 को प्रदेश में 216 आईसीयू बेड थे एक अप्रैल 2021 को 836 आईसीयू बेड थे जिनकी संख्या वर्तमान में 1336 हो गई है। पिछले एक माह में ही करीब 500 आइसीयू बेड बढ़ाए हैं। इसके साथ ही एक अप्रैल 2020 को 116 थे, एक अप्रैल 2021 को प्रदेश में वेंटिलेटर की संख्या 695 थी जो कि वर्तमान में 842 पहुंच चुकी है। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि एक अप्रैल 2020 को ऑक्सीजन बेड 673 थे, एक अप्रैल 2021 को ऑक्सीजन बेड की संख्या 3535 थी जबकि आज 6002 पहुंच चुकी है। अर्थात पिछले एक माह में लगभग 2500 आक्सीजन बेड बढाए गये हैं। उन्होंने बताया कि एक अप्रैल 2020 को प्रदेश में ऑक्सीजन की खपत 8 मेट्रिक टन थी जबकि एक अप्रैल 2021 को प्रदेश में ऑक्सीजन की खपत 15-20 मेट्रिक टन तक बढ़ गई और वर्तमान में 100 मेट्रिक टन के करीब ऑक्सीजन की खपत है। सचिव अमित नेगी ने बताया कि जैसे-जैसे ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी ऑक्सीजन की खपत भी बढ़ेगी। हमारे पास इसकी पर्याप्त क्षमता है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि प्रदेश में एक अप्रैल 2020 को टाइप बी ऑक्सीजन सिलिंडर 1193 मौजूद थे जबकि वर्तमान में सिलिंडर की संख्या 9917 पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि यह सभी सिलिंडर अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि एक अप्रैल 2020 को ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर्स 275 थे जो एक अप्रैल 2021 को 1275 हो गए और वर्तमान में 3275 हैं।
एक अप्रैल 2020 को सिर्फ श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के पास अपना ऑक्सीजन प्लांट था जबकि एक अप्रैल 2021 से मेला हॉस्पिटल हरिद्वार में था और वर्तमान में छह जगह हो गया है। जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग, जिला अस्पताल रुद्रपुर, हेमवती नंदन बहुगुणा अस्पताल हरिद्वार, बेस हॉस्पिटल हल्द्वानी में भी ऑक्सीजन प्लांट संचालित हो रहा है। इन सभी प्लांट से 2330 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन की क्षमता सृजित कर ली है।
सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में नौ ऐसे स्थान हैं जहां ऑक्सीजन प्लांट जल्द लग जाएंगे। जिनमें मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल चमोली, एसडीएच नरेंद्र नगर, जिला अस्पताल अल्मोड़ा, जिला अस्पताल चंपावत, जिला अस्पताल उत्तरकाशी, जिला अस्पताल पिथौरागढ़ शामिल है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि प्रदेश में 13200 रेमेडीसिविर इंजेक्शन लाए जा चुके हैं, जिसमें 2 बार स्टेट प्लेन के माध्यम से अहमदाबाद से इंजेक्शन मंगवाए गए हैं।
सचिव अमित नेगी ने कहा कि सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है। जनता का सहयोग भी बहुत जरूरी है। कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करें। लोग काफी जागरूक भी हुए हैं।