ऋषिकेश को जल्द जिला घोषित करे सरकार
ऋषिकेश। नागरिक कल्याण संगठन ने ऋषिकेश को जिला बनाने की मांग उठाई है। इस मामले में संगठन की ओर से रविवार को शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद को ज्ञापन सौंपा गया। सदस्यों ने कहा कि नरेंद्रनगर, यमकेश्वर, डोईवाला को जोड़कर ऋषिकेश को नया जिला बनाया जाए। बैराज कैंप कार्यालय में नागरिक कल्याण संगठन ने शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा। संगठन के संयोजक मदन कुमार शर्मा ने कहा कि विकास कार्यों के सही ढंग से संचालन और आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से छोटी प्रशासनिक ईकाइयां महत्वपूर्ण होती है। ऋषिकेश उत्तराखण्ड का प्रवेश द्वार होने के साथ ही धार्मिक स्थल है। समय-समय पर इसके आसपास के क्षेत्र जैसे नीलकंठ यात्रा, चारधाम यात्रा, एम्स, हेमकुण्ड यात्रा, राजाजी नेशनल पार्क, राफ्टिंग इत्यादि होने के कारण वर्षभर यह क्षेत्र पर्यटकों और श्रद्धालुओं से भरा होता है। ऋषिकेश कुम्भ मेला क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। जिस कारण दो अन्य क्षेत्र जिला पौड़ी और टिहरी भी इससे प्रभावित होता है। क्योंकि अन्य जिलों की प्रशासनिक व्यवस्थायें भिन्न भिन्न होती है, जिसका परिणाम सडक जाम के रूप में शहरवासियों को भुगतना पड़ता है। ऐसे में टिहरी जिले से नरेन्द्रनगर फकोट तक तथा पौड़ी जिले से यमकेश्वर ब्लाक और देहरादून जिले से डोईवाला और हरिपुर कला को जोड़कर ऋषिकेश को जिला बनाया जाए, जिससे यहां यात्रा संबंधी प्रशासनिक व्यवस्थायें प्रभावित ना हो सके। कहा कि ऋषिकेश से देहरादून मुख्यालय की दूरी 50 किमी, इसी प्रकार मुनिकीरेती से टिहरी मुख्यालय की दूरी लगभग 80-100 किमी और यमकेश्वर से पौड़ी मुख्यालय की दूरी 150 किमी है। जिस कारण सरकारी, कार्य से आने-जाने में काफी परेशानी होती है, लेकिन ऋषिकेश के जिला बनने से इन सभी क्षेत्रों के लोगों को लाभ होगा। प्राथमिकता के आधार पर ऋषिकेश को शीघ्र जिला घोषित किया जाए। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इस मामले को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी से वार्ता करने का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में राजकुमार अग्रवाल, शिव कुमार गौतम, रीना शर्मा, नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, सरोज डिमरी, नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र, प्यारेलाल जुगरान, वीरेन्द्र भारद्वाज, बृजपाल राणा, पूर्व अध्यक्ष भाजपा ज्योति सिंह सजवाण, कांग्रेस नगर अध्यक्ष राकेश सिंह मियां, सोनू पांडेय, हंसराज, राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, विवेक शर्मा आदि के हस्ताक्षर रहे।