रूसी सेना में भारतीयों की भर्ती रोकने के लिए सरकार ने तेज की कार्रवाई, सीबीआई जांच शुरू
नई दिल्ली, एजेंसी। सरकार ने रोजग़ार के रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती के मामलों पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। राजनयिक स्तर पर रूस की सरकार के साथ बातचीत करके कम से कम 20 भारतीयों को सेवामुक्त करके स्वदेश लाने के प्रयासों के साथ साथ देश में झूठ बोल कर भर्ती कराने वाले एजेंटों के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा कार्रवाई शुरू की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज यहां नियमित ब्रीफिंग में पत्रकारों के इस विषय पर सवालों के जवाब में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, लगभग 20 लोगों ने हमसे संपर्क किया है और हम उनका पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं। प्रवक्ता ने कहा कि जांच में पता चला है कि कई भारतीय नागरिकों को रूसी सेना के साथ काम करने के लिए धोखा दिया गया है। हमने ऐसे भारतीय नागरिकों की शीघ्र कार्यमुक्ति के लिए रूसी सरकार के साथ पूरी दृढ़ता एवं गंभीरता से यह मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा देश में झूठे बहानों और वादों पर भर्ती करने वाले एजेंटों और बेईमान तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की गई है।
सीबीआई ने कल कई शहरों में छापा मार कर और आपत्तिजनक साक्ष्य एकत्र करके एक प्रमुख मानव तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। कई एजेंटों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज किया गया है। श्री जायसवाल ने कहा कि हम एक बार फिर भारतीय नागरिकों से अपील करते हैं कि वे रूसी सेना में सहायक नौकरियों के लिए एजेंटों द्वारा दिए गए प्रस्तावों से प्रभावित न हों। यह जीवन के लिए खतरे और जोखिम से भरा है। हम रूसी सेना में सहायक स्टाफ के रूप में कार्यरत अपने नागरिकों की शीघ्र रिहाई और अंतत: उनकी घर वापसी के लिए प्रतिबद्ध हैं।