ग्रामीणों ने की क्षतिग्रस्त भवनों के मुआवजे की मांग
नई टिहरी। ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे को जोड़ने के लिए चंबा कस्बे के समीप निर्माणधीन सुरंग के कारण कई ग्रामीणों के आवसीय भवनों में दरारें आने से क्षतिग्रस्त हो गए। कास्तकारों ने डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर तत्काल मुआवजे की मांग की है। ऑल वेदर सड़क निर्माण के तहत ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे को जोड़ने के लिए चंबा के समीवर्ती मंजूड गांव से सुरंग का निर्माण किया गया। सुरंग निर्माण से मंजूड, गुल्डी, मठियाण तथा दिखोलगांव के कई ग्रामीणों के आवसीय भवनों में दरारें आ गई। ग्रामीण देव प्रकाश कोठियाल का कहना कि बीते बीते जनवरी माह में सुरंग निर्माण के कारण उनके आवसीय भवनों में दरारें पड़ गई। और बरसात के दौरान कई ग्रामीणों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए। जिसके कारण ग्रामीण किराये के भवनों में रहने को मजबूर है, ग्रामीणों ने इस संबंध में कई बार शासन-प्रशासन से मुआवजे को लेकर गुहार लगाई, लेकिन मुआवजा नहीं मिल पाया। बताया पूर्व में डीएम द्वारा निर्माणदायी संस्था बीआरओ को मामले में तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। लेकिन बीआरओ के अधिकारियों की ओर से अभी तक ग्रामीणों के पक्ष में कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने जल्द ग्रामीणों की मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में दीपक तिवाड़ी, रोशन कोठियाल, लक्ष्मीकांत कोठियाल, जगदीश प्रसाद कोठियाल, दर्शनलाल कोठियाल, चंडी प्रसाद कोठियाल, राजेंद्र गुनसोला, परमवीर नेगी, रामचंद्र डबराल, सोबन सिंह, राय सिंह धनाई, दिनेश नेगी, कृपाल सिंह आदि मौजूद थे।