उत्तराखंड में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची जीएसडीपी ग्रोथ : सुंदरम
देहरादून। उत्तराखंड का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 20 महीने में 1.3 गुना बढ़ गई है। सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम ने सचिवालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि जीएसडीपी दो लाख 74 हजार करोड़ से बढ़ कर तीन लाख 46 हजार करोड़ तक पहुंच गई है। पर्यटन, मैन्युफैक्चरिंग समेत अन्य सेक्टरों में रोजगार बढ़ा है। सचिव सुंदरम ने कहा कि सरकार ने 2022 में पांच वर्षों में जीएसडीपी को दोगुना करने का लक्ष्य रखा था। इसके लिए मैकेंजी कंपनी के साथ करार किया गया। मैकेंजी के स्तर से तैयार पॉलिसी के कारण जीएसडीपी में 20 महीने में ही 1.3 गुना की वृद्धि हुई है। आज राज्य की प्रति व्यक्ति आय 2.05 लाख से बढ़ कर 2.60 लाख हो गई है। इसमें 26 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। राष्ट्रीय स्तर पर दो सालों में प्रति व्यक्ति आय 1.50 लाख से बढ़ कर 1.84 लाख बढ़ी है। 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। उत्तराखंड में पर्यटन सेक्टर में सबसे अधिक रोजगार बढ़ा है। रोजगार 2.9 प्रतिशत से बढ़ कर 5.57 प्रतिशत पहुंच गया है। नई पर्यटन पॉलिसी के कारण राज्य में होटल, होम स्टे की संख्या बढ़ी है। इसी के साथ मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार 9.86 प्रतिशत से बढ़ कर 13.02 प्रतिशत पहुंच गया है। सरकारी नौकरियों तक में रोजगार 5.22 प्रतिशत से बढ़ कर 6.08 प्रतिशत पहुंचा है। घरों में काम करने वालों का रोजगार 0.33 प्रतिशत से 0.57 प्रतिशत हो गया है। गांव, शहर हर स्थान पर रोजगार, स्वरोजगार के अवसर बढ़े हैं। इस अवसर पर सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, सीपीजीजी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मनोज पंत मौजूद रहे।
महिला रोजगार बढ़ा
सचिव सुंदरम ने बताया कि राज्य में वर्क पॉपुलेशन रेशियो में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। 15 से 29 आयु वर्ग में महिला रोजगार 26.1 प्रतिशत से बढ़कर 32.4 प्रतिशत और 15 से अधिक आयु वर्ग में 37 प्रतिशत से बढ़कर 43.7 प्रतिशत हो गया है। राज्य में लखपति दीदी योजना और महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने की वजह से भी महिलाओं के रोजगार, स्वरोजगार के मौके बढ़े हैं।
राज्य में घटी बेरोजगारी
सुंदरम ने बताया कि वर्ष 2022-23 में राज्य की बेरोजगारी दर 14.2 प्रतिशत थी। जो 2023-24 में घटकर 9.8 प्रतिशत रह गई है। एक साल में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है।